कांग्रेस के लिए आसान नहीं है राजस्थान का रण, यहां जानिए पूरा गणित

विश्वजीत भट्टाचार्य: राजस्थान में 7 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने हैं. इससे पहले पार्टियों में गुणा-भाग का खेल चल रहा है, लेकिन वसुंधरा की बीजेपी को मटियामेट करने की जुगत भिड़ा रही कांग्रेस के लिए राजस्थान का रण आसान नहीं है. गणित को देखें, तो बीजेपी के खिलाफ पिछली बार के मुकाबले वोटों का अधिकतम प्रतिशत लाने के बावजूद कांग्रेस के “हाथ” से सत्ता की चाबी हो सकता है कि न भी आए.

ये है पिछली बार का गणित

2013 में बीजेपी ने 45.17 फीसदी वोट हासिल कर 200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा में 163 सीटों पर कब्जा जमाया था. जबकि, 33.07 फीसदी वोट हासिल कर कांग्रेस 21 सीटों पर सिमटी थी. 5 साल पहले बीएसपी को राजस्थान में 3 और आरजेपी को 4 सीटें हासिल हुई थीं. वहीं, 9 निर्दलीय चुनाव जीते थे.

5% ज्यादा वोटों पर कांग्रेस को इतनी सीटें मिलेंगी

अगर कांग्रेस को पिछली बार के मुकाबले 5 फीसदी ज्यादा वोट मिल जाएं, तो भी वो 41 सीटों से ज्यादा नहीं ला सकेगी. जबकि, बीजेपी को 5 फीसदी वोटों के नुकसान के बावजूद 140 सीटें मिल जाएंगी. जो बहुमत यानी 101 सीटों से काफी ज्यादा हैं.

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10% ज्यादा वोट कांग्रेस को मिले तो ये होगा

अगर कांग्रेस पिछली बार के वोट प्रतिशत यानी 33.07 फीसदी से 10 फीसदी ज्यादा वोट जुटाने का करिश्मा कर दिखाती है, तो भी सत्ता की चाबी उसके हाथ आने में मुश्किल होगी. ऐसी सूरत में कांग्रेस को 88 और बीजेपी को 96 सीटों पर जीत हासिल होगी. यानी बीजेपी बहुमत के ज्यादा करीब होगी और कांग्रेस को बहुमत के लिए जरूरी 101 सीटों के लिए 13 सीटों का जुगाड़ करना होगा. जो उसके लिए मुश्किल का सफर हो सकता है.

अगर बीजेपी 5% ज्यादा वोट ले आए तो ऐसी होगी सूरत

हालांकि, कहा जा रहा है कि वसुंधरा सरकार से लोग नाराज हैं और सत्ता बदलने की संभावना इस बार है. फिर भी गणित ये कहता है कि अगर बीजेपी पिछली बार के वोट प्रतिशत से 5 फीसदी ज्यादा वोट जुटा लेती है, तो उसे 173 सीटें मिल जाएंगी. जबकि, कांग्रेस को 13 और अन्य को 10 सीटें मिलेंगी.

अगर बीजेपी 10% ज्यादा वोट लाई तो ये होगा

अगर बीजेपी को पिछली बार के मुकाबले 10 फीसदी ज्यादा वोट मिले, तो वो 179 सीटों पर जीत दर्ज कर लेगी. वहीं, कांग्रेस का आंकड़ा महज 8 सीटों पर सिमट जाएगा. जबकि, अन्य के खाते में 8 सीटें आएंगी.

फलौदी सट्टा बाजार में कांग्रेस की सीटें गिरीं

राजस्थान के जोधपुर के पास फलौदी कस्बा है. यहां का सट्टाबाजार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चित है और अब तक चुनावों को लेकर फलौदी के सट्टाबाजार के रुख सही साबित होते रहे हैं. फलौदी के सट्टाबाजार ने करीब 7 महीने पहले बताया था कि कांग्रेस को 103 से 105 और बीजेपी को 62 से 64 सीटें मिलेंगी. वहीं, इसके बाद कांग्रेस को 133 से 135 और बीजेपी को 50 से 52 सीटें मिलने की बात सट्टाबाजार ने की.

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नाम वापसी के बाद कांग्रेस की सीटें की कम

23 नवंबर 2018 को नाम वापसी के बाद फलौदी के सट्टाबाजार ने कांग्रेस के लिए 124 से 126 और बीजेपी के लिए 58 से 60 सीटें बताईं. जबकि, हाल ही में सट्टाबाजार ने कांग्रेस के लिए 127 से 129 और बीजेपी को 55 से 57 सीटें मिलने का दावा किया है. वोटिंग से ठीक पहले और वोटिंग के तुरंत बाद भी फलौदी सट्टाबाजार नए आंकड़े जारी करेगा.

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