उत्तराखंड में मासिक धर्म के दौरान स्कूल जा सकेंगी बच्चियां, मंत्री बोलीं-सोच बदलने की जरूरत

देहरादून: पिथौरागढ़ जिले के मूनाकोट ब्लॉक के सल्ला चिंगरी क्षेत्र में बालिकाओं के मासिक धर्म के दौरान स्कूल नहीं जाने के मामले का का शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने संज्ञान लिया है. शिक्षा मंत्री ने शिक्षा महकमे के अधिकारियों को क्षेत्रवासियों को जागरूक कर मामले का समाधान तलाश करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि बालिकाओं की पढ़ाई में व्यवधान नहीं चाहिए.

दरअसल, नेपाल सीमा से सटे पिथौरागढ़ जिले के सल्ला चिंगरी क्षेत्र के कई गांवों की छात्राओं को आज भी मासिक धर्म के दौरान स्कूल नहीं भेजा जाता और उन्हें हर महीने में पांच दिन घर में ही बैठना पड़ता है. क्षेत्र के लोक देवता और स्कूल भेजने से बचते हैं. वहीं ये मामला जब प्रकाश में आया तब शिक्षा महकमा हकत में आया है.

दूसरी तरफ महिला एवं बाल कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य ने कहा कि मासिक धर्म के प्रति सोच को बदले जाने की आवश्यकता है. इसका रास्ता ग्रामीणों से बात कर निकाला जाएगा. दरअसल, केरल में सबरीमाला मंदिर प्रकरण का असर परोक्ष तौर पर उत्तराखंड पर भी नजर आ रहा है. वहीं पिथौरागढ़ जिले में सिल्ला चिंगरी क्षेत्र में बालिकाओं को मासिक धर्म के दौरान लोक देवता के मंदिर के रास्ते स्कूल नहीं भेजने की स्थानीय लोगों की धार्मिक आस्था के मामले में भी सरकार का रवैया कुछ इसी तरह का है. शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने गुरुवार को इस मामले का संज्ञान लिया.

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