क्या अटल बिहारी वाजपेयी के नाम के आगे ‘श्री’ लगा सकते हैं ?

लखनऊ में पहली बार हो रहे अंतराष्ट्रीय टी-20 मैच के ठीक पहले यूपी सरकार ने स्टेडिम का नाम बदल दिया। आवास एवं शहरी नियोजन विभाग ने नाम बदलने का प्रस्ताव सरकार को भेजा। जहां से स्वीकृति मिलने के बाद राज्यपाल को फाइल भेजी गई। जहां राज्यपाल ने प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए इकाना स्टेडियम का नाम बदल दिया।

आदेश के मुताबिक नया नाम ‘भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम’ होगा।

नाम के आगे श्री लगाना चर्चा का विषय बना

नाम बदलने के साथ ही एक बात की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, वो है अटल बिहारी वाजपेयी के नाम के आगे ‘श्री’ लगाना। क्योंकि भारतीय संस्कृति और परंपरा के मुताबिक जीवित व्यक्ति के नाम के आगे श्री लगाया जाता है। जबकि परलोक सिधार गए व्यक्ति के आगे स्वर्गीय लगाने का चलन है।

अखिलेश सरकार ने कराया था निर्माण

स्टेडियम का निर्माण पूर्व की अखिलेश सरकार में हुई था। जिसमें पहली बार इंटरनेशल मैच इंडिया और वेस्टइंडीज की टीम के बीच खेला जाना है। जिसके लिए दोनों टीमें सोमवार को लखनऊ पहुंच गई।

 

क्या कहते हैं धर्माचार्य

वहीं धर्माचार्य आचार्य शैलेष तिवारी का कहना है, कि यदि अपरिहार्य परिस्थिति में मृतक के नाम के आगे ‘श्री’ लगाना है तो दिवंगत ‘श्री’ अथवा स्वर्गीय ‘श्री’ लगाकर नाम लिखा जा सकता है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने जो नाम दिया है उसमें श्री के पहले स्वर्गीय या दिवंगत नहीं लिखा है.

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