कौन हैं हसमुद्दीन और पूर्णा, जिनकी तारीफ करने से पीएम मोदी भी नहीं रोक पाए खुद को

पीएम नरेंद्र मोदी आजकल चुनावी रैलियां कर रहे हैं. चुनावी रण से वो विरोधियों को आड़े हाथ ले रहे हैं. वहीं विधानसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार के लिए पीएम मोदी तेलंगाना के निजामाबाद पहुंचे. यहां उन्होंने रैली को संबोधित किया. वहीं भाषण की शुरुआत में मोदी ने निजामाबाद के रहने वाली दो युवा शक्ति पूर्णा मालावत और हसमुद्दीन मोहम्मद को याद किया. मंच से पीएम मोदी ने इन दोनों की जमकर तारीफ की.

कौन हैं पूर्णा

दरअसल, पूर्णा मालावत की एक आदिवासी लड़की हैं, जिन्होंने बेहद कम उम्र में एवरेस्ट फतह किया था. पूर्णा मालावत 13 साल की उम्र में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली सबसे कम उम्र की पर्वतारोही है. पूर्णा 10 जून 2000 को अब के तेलंगाना के निजामाबाद जिले के पकल गांव में पैदा हुई थी. वहीं जिस समय माउंट एवरेस्ट पर पूर्णा चढ़ीं, उस समय उनकी उम्र 13 साल 11 महीने थी. वहीं इससे पहले पूर्णा और उनके साथ 6 बच्चे 17 हजार फुट ऊंचे माउंट रेनॉक पर भी चढ़ चुके थे. वहीं पूर्णा के जीवन पर अब फिल्म ‘पूर्णा’ भी बन रही है.

ये हैं हसमुद्दीन

वहीं मुक्केबाज मोहम्मद हसमुद्दीन ने कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीता और देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया था. हसुमुद्दीन निजामाबाद के ही रहने वाले हैं और वो तेलंगाना के पहले बॉक्सर हैं, जिन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीता है. वहीं इससे पहले इसी साल गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में 56 किलों कैटेगरी में कांस्य पदक जीत चुके हैं.

पीएम मोदी ने की तारीफ

वहीं पीएम मोदी ने मंच से दोनों युवा की तारीफ की, बधाई दी और देश का नां ऊंचा करने कि लिए शुक्रिया भी अदा किया. साथ ही उन्हें युवाशक्ति की पहचान, न्यू इंडिया की पहचान बताया.

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