पाक में तबाही मचाने का हर साल जश्न मनाती है हिन्दुस्तान की नेवी

दुश्मनों से समुद्री सीमाओं को सुरक्षित रखने वाली नेवी (NAVY) आज जश्न मना रही है। 4 दिसंबर 1971 को भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत की जीत का जश्न मनाया जाता है।

भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन ट्राइडेंट के तहत पाकिस्तान के कराची नौसैनिक अड्डे पर हमला कर दिया था। जिसमें पाकिस्तान का नौसैनिक अड्डा पूरी तरह तहस नहस हो गया था।

1947 और 1965 के बाद 1971 में ये तीसरा मौका था। जब भारत और पाकिस्तान जंग के मैदान में थे। इस जंग में पूर्वी पाकिस्तानी यानी की बांग्लादेश को गंवाना पड़ा था। इसके अलावा ये पहला मौका था जब दोनों देश समुद्री सीमाओं पर भी लड़े थे। इसी जीत का जश्न हर साल नेवी मनाती है।

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जहाजों का बेड़ा

पाकिस्तान से युद्ध के बाद लगातार भारतीय नौसेना निरंतर खुद को मजबूत कर रही है। द्वितीय विश्व युद्ध के समय भारतीय नौसेना के पास महज आठ युद्धपोत थे। पर आज हमारे पास लड़ाकू विमान से लैस युद्धपोत आइएनएस विक्रमादित्य तक मौजूद है।

हमारी ताकत

भारत के पास आज कई आधुनिक और समुद्री सीमाओं की रक्षा के साथ दुश्मन को मुंह तोड़ जवाब देने वाले हथियार मौजूद हैं। जिनमें 11 विध्वंसक, 14 फ्रिगेट, 24 लड़ाकू जलपोत, 29 पहरा देने वाले जहाज हैं। इसके अलावा दो परमाणु पनडुब्बियों सहित 13 अन्य पनडुब्बियों और अन्य कई जलयानों की फौज है।

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चीन से मुकाबला

चीन और भारत अपनी सेनाओं को मजबूत करने में लगातार लगे हुए हैं। चीन जहां दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी ताकत है। वहीं भारत लगातार अपनी समुद्री ताकत बढ़ा रहा है। हिंद महासागर में चीन से लगातार से वर्चस्व की लड़ाई जारी है। एकतरफ चीन पाकिस्तान, श्रीलंका, म्यांमार के बंदरगाहों पर स्ट्रिंग आफ पर्ल का निर्माण कर रहा है। ताकि भारत को घेरा जा सके।

चीन की रणनीति नाकाम करने की तैयारी

वहीं चीन के इस इरादे को भांप भारत ने भी तैयारी शुरु कर दी है। भारत ने ईरान में चाबहार पोर्ट विकसित करने के साथ इंडोनेशिया के साबांग द्वीप पर पोर्ट बनाने की तैयारी में हैं।

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