विवादित बयान भले दें, लेकिन 20 दिन के दौरे में तीन राज्यों में योगी ने खूब खींची भीड़

लखनऊ: छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान. तीन बड़े राज्यों में विधानसभा चुनाव और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का अपने राज्य से 20 दिनों तक गायब रहना. आप सोचेंगे कि भला तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव और योगी के यूपी में न रहने के बीच क्या रिश्ता है ! जी, रिश्ता है और इसकी बड़ी वजह है उनका स्टार कैंपेनर होना. बतौर बीजेपी के स्टार कैंपेनर योगी आदित्यनाथ ने इस महीने 20 दिन छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में कई सभाएं कर डाली हैं.

योगी आदित्यनाथ फायरब्रांड हिंदू नेताओं में शुमार किए जाते हैं. वो अपने आग उगलने वाले भाषणों और विपक्ष पर चुटीले लेकिन तीखे हमलों के कारण अपनी पार्टी के सिरमौर नेताओं में शामिल हैं. ऐसे में योगी की तीनों राज्यों में डिमांड रही है. पहले छत्तीसगढ़ में सीएम रमन सिंह ने उन्हें जनसभा और रोड-शो करने की दावत दी. योगी पहुंचे, तो उम्र में बड़े होने के बावजूद रमन और उनकी पत्नी ने बाकायदा योगी के पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया.

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आखिर योगी आदित्यनाथ की इतनी डिमांड क्यों है. इसका जवाब ये है कि उनकी भाषण देने की शैली भीड़ को खींचती है. 20 दिन में योगी ने छत्तीसगढ़ में 6, मध्यप्रदेश में 9 और राजस्थान में 11 जनसभाएं की. इन सभी में जबरदस्त भीड़ देखी गई और योगी-योगी के नारे लगते रहे. अब अगले महीने योगी को तेलंगाना में भी प्रचार के लिए बुलाया गया है.

योगी ने भले ही हनुमान को दलित बताकर और आपके अली तो हमारे बजरंगबली कहकर विवाद खड़े किए हों, लेकिन हिंदू वोटरों को अपने पाले में खींचने के लिए बीजेपी का नेतृत्व उनपर भरोसा करता है. भोपाल में एक जनसभा में योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस के चीफ मिनिस्टर कैंडिडेट्स में से एक कमलनाथ पर तीखा हमला बोला. दरअसल, कमलनाथ का एक वीडियो सामने आया था. जिसमें वो कहते दिखे थे कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की जीत के लिए 90 फीसदी मुसलमानों का वोट चाहिए. इस पर योगी ने जनसभा में पलटवार किया, “कमलनाथ जी, आपको अली मुबारक…हमारे लिए तो बजरंगबली ही सही.” उन्होंने राजस्थान के मकराना में जनसभा के दौरान ये भी कहा कि कांग्रेस तो आतंकियों को बिरयानी खिलाती थी, हमारी सरकार उन्हें गोली खिला रही है.

अब योगी तेलंगाना जाने वाले हैं. इससे वहां के विपक्षियों के तेवर हमलावर हो गए हैं. एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने योगी पर संविधान से इतर जाकर काम करने का आरोप लगाया है. ओवैसी ने ये भी कहा कि मुझपर लोग ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाते हैं, लेकिन योगी आदित्यनाथ खुलेआम मुसलमान वोटरों के खिलाफ भाषण देते हैं और उनपर ये आरोप कभी नहीं लगता. वैसे बताना जरूरी है कि ओवैसी को कांग्रेस हमेशा बीजेपी की बी टीम बताती रही है. हाल ही में ओवैसी ने एक ऑडियो जारी किया था, जिसमें कांग्रेस का एक नेता उनकी पार्टी के नेता को जनसभा न करने के एवज में 25 लाख रुपए देने की पेशकश करता सुनाई दिया था.

योगी 20 दिन से बाहर हैं और इस बीच यूपी में काफी कुछ हुआ है. एक युवक को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाकर भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला है. जेल में खुलेआम शराब पीने और हथियार रखने का वीडियो चर्चा में है. इसे लेकर यूपी में विपक्ष भी आदित्यनाथ पर हमलावर है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि योगी कहते हैं कि यूपी में रामराज्य है, लेकिन सीएम के राज्य में न रहने से पूरी सरकारी मशीनरी चरमरा गई है.

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