छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय , कानपुर के कुलपति प्रो. विनय पाठक पर वसूली, कमीशन के केस की इंंक्वायरी केंद्रिय जांच ब्यूरो(सीबीआई) से कराने की सिफारिश कर दी गई है। राज्य सरकार ने इस प्रकरण में केंद्र सरकार को चिट्ठी भेजी है।
प्रो. विनय पाठक व उनके सहयोगी एक्सएलआईसीटी कंपनी के मैनेजिंग डाइरेक्टर अजय मिश्रा के विरुद्ध इंदिरानगर थाने में 29 अक्तूबर को प्राथमिकी दर्ज हुए थी। इसकी जांच स्पेशल टास्क फोर्स कर रही और अब तक अजय मिश्रा सहित तीन की गिरफ्तारी हो चुकी है।
डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा में परीक्षा कराने वाली कंपनी डिजीटेक्स टेक्नालॉजिज इंडिया प्रा. लि. के मैनेजिंग डाइरेक्टर डेविड मारियो डेनिस ने अजय मिश्रा के जरिए प्रो. पाठक पर कमीशन लेने सहित अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं। प्राथमिकी दर्ज होते ही एसटीएफ ने अजय मिश्रा को अरेस्ट कर लिया। इसके बाद अजमेर के बिजनेसमैन अजय जैन और सीतापुर निवासी संतोष की गिरफ्तारी हुई। तीनों पर प्रो. पाठक के ब्लैक मनी को सफेद करने का आरोप है।