डिजिटल धोखाधड़ी को कम करने के लिए मोदी सरकार ने अब तक 1.4 लाख मोबाइल नंबरों को ब्लॉक किया है. सरकार की ओर से जारी एक प्रेस रिलीज के अनुसार, ये मोबाइल नंबर वित्तीय धोखाधड़ी में शामिल थे. वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने शुक्रवार को वित्तीय सेवा क्षेत्र में साइबर सुरक्षा पर एक बैठक की अध्यक्षता की.
इसमें एपीआई (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) एकीकरण के जरिए नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी सूचना एवं प्रबंधन प्रणाली मंच पर बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को शामिल करने सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई. बयान में कहा गया कि दूरसंचार विभाग ने थोक एसएमएस भेजने वाली 35 लाख प्रदान इकाइयों का विश्लेषण किया. इसमें से दुर्भावनापूर्ण एसएमएस भेजने में शामिल 19,776 यूनिट्स को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है.
इस मामले में 500 से अधिक गिरफ्तारियां की गई हैं और लगभग 3.08 लाख सिम ब्लॉक किए गए हैं. बता दें कि देश में साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. साइबर अपराधी खासकर लोगों को कॉल करके साइबर अपराध को अंजाम दे रहे हैं.
तकनीक के इस बदलते वक्त में आपको और ज्यादा सतर्क होने के जरूरत है. लोगों को ठगने के लिए साइबर अपराधी हर रोज नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं. हालांकि थोड़ी सी सावधानी बरतकर साइबर फ्रॉड से बचा जा सकता है.
कभी भी किसी एसएमएस और ईमेल पर भेजे गए किसी तरह के अनजाने लिंक पर क्लिक न करें. किसी भी अनजान शख्स को अपने बैंक खाते से जुड़ी डिटेल न दें. किसी भी तरह के संदिग्ध फोन, मैसेज या मेल का जवाब न दें और उन्हें तुरंत ब्लॉक कर दें.