लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कोरोना की वजह से जान गंवाने वाले पत्रकारों के परिवार वालों को 10 लाख प्रति परिवार सहायता राशि देगी. राज्य सरकार की ओर से यह आर्थिक मदद दी जाएगी. कोरोना महामारी के कारण वर्ष 2020 में 14 और वर्ष 2021 में 36 में पत्रकारों की मौत हुई है. उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की चपेट में आकर बहुत से पत्रकारों को जान गंवानी पड़ी है. अपार संकट की इस घड़ी में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मानवीय पहल की है. सीएम योगी ने शनिवार को हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर कोरोना के शिकार दिवंगत पत्रकारों के परिवारों को 10 लाख की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं. महामारी के बीच अपना कर्तव्य निभाने के दौरान कई पत्रकार इसकी चपेट में भी आ गए और कइयों ने जान भी गंवाई. अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कोरोना काल में उस हर दिवंगत पत्रकार के परिवार के साथ खड़ी है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूचना विभाग को निर्देश दिया था कि हर जान गंवाने वाले पत्रकारों का ब्यौरा जुटाया जाए, जिसके बाद विभाग ने ये काम पूरा किया. अब सीएम योगी के ही निर्देश पर उनके परिवारों को आर्थिक सहायता जारी की गई है. सीएम योगी की यह मानवीय पहल उन परिवारों की मदद करेगी, जिन्होंने कोरोना के दौरान अपने परिवारीजन को खोया है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हिंदी पत्रकारिता दिवस के मौके पर पत्रकारों को शुभकामनाएं दी हैं. सीएम ने ट्वीट करते हुए कहा, स्वाधीनता आंदोलन से लेकर वर्तमान समय तक सामाजिक जागरण व राष्ट्र निर्माण में हिंदी पत्रकारिता का अभूतपूर्व योगदान है.
हिंदी पत्रकारिता दिवस की सभी पत्रकार जनों को हार्दिक शुभकामनाएं. इससे पहले कोरोना महामारी में अनाथ हुए बच्चों की देखभाल का जिम्मा उठाते हुए योगी सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू करने की घोषणा की है. इसके तहत सरकार ऐसे सभी बच्चों की देखभाल का जिम्मा उठाएगी. ऐसे बच्चों के वयस्क होने तक उनके अभिभावक को हर महीने चार हजार रुपये दिए जा रहे हैं.