राम नगरी और धर्मनगरी अयोध्या में कोई मनुष्य तो क्या जीव-जंतु भी भूखे नहीं रहता। अयोध्या के लिए पिछले पांच सौ सालों के बाद हर्ष का मौका है जब श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण अंतिम चरण में है। आगामी 22 जनवरी को उद्घाटन होना तय हुआ है। इस दौरान तकरीबन एक माह तक अयोध्या में लाखों रामभक्त जुटेंगे जिनको निशुल्क भोजन दिया जाएगा।
रामनगरी अयोध्या में श्रृद्धालुओं को निःशुल्क भोजन प्रसाद उपलब्ध कराने वाली राम रसोई रामलला के प्राण प्रतिष्ठा माह में दोनों समय निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराएगी। राम रसोई की स्थापना को चार वर्ष पूर्ण हो गए है। विवाह-पंचमी के अवसर पर 1 दिसम्बर 2019 से राम रसोई प्रारम्भ हुई थी। सामूहिक भोजन करने के लिए अमावा मंदिर में हॉल बनावाया गया है अमावा मंदिर में राम रसोई का संचालन महावीर ट्रस्ट पटना के द्वारा किया जा रहा है।
राम रसोई के चार वर्ष पूर्ण होने पर महावीर ट्रस्ट पटना के अध्यक्ष व पूर्व आईपीएस किशोर कुणाल ने बताया कि राम रसोई की स्थापना के बाद विगत 4 वर्षो में लगभग 25 लाख लोगों ने यहां भोजन प्रसाद प्राप्त किया है। हर साल का बजट 3 करोड़ रूपये होता है। जिसे इस वर्ष बढ़ा कर 5 करोड कर दिया गया है।
रोजाना लगभग 3 से 4 हजार श्रृद्धालुओं को भोजन कराया जाता है। प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए यह 5 हजार तक पहुचने की सम्भावना है। उन्होनें बताया कि श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान राम रसोई में भोजन प्रसाद 15 जनवरी से 15 फरवरी तक दोनों पाली निशुल्क उपलब्ध रहेगा।
15 जनवरी से एक महीने तक भक्तों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए राम रसोई मे भोजन के अतिरिक्त राम भक्तों को, जो भीड़ के कारण राम रसोई में भाग नहीं ले सकेंगे, पैकेट में भी भोजन उपलब्ध कराया जायेगा। यह व्यवस्था सुबह नौ बजे से प्रारम्भ होगी। भक्तों को अपना आधार कार्ड दिखाकर भोजन कूपन प्राप्त करना है। बाकी भोजन व्यवस्था पहले की तरह यथावत सुबह 11 से 3 दोपहर तक उपलब्ध रहेगा।