जम्मू कश्मीर : सोपोर में गुरुवार को घेराबंदी एवं तलाश अभियान के दौरान दो आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इस बात की जानकारी अधिकारियों ने दी। उन्होंने बताया, ”सुरक्षा बलों ने सोपोर के तुज्जर इलाके में घेराबंदी एवं तलाश अभियान शुरू किया। इस दौरान दो आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया ।”
आतंकवादियों ने मुठभेड़ से पहले ही किया सरेंडर
जानकारी के मुताबिक, आज दोपहर को विश्वसनीय सूत्रों द्वारा सूचना मिलने के बाद पहुंचे सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादियों को घेर लिया। सुरक्षाबलों ने दोनों आतंकियों को कई बार आत्मसमर्पण करने के लिए कहा परंतु वे नहीं माने। दोनों आतंकियों की पहचान जाहिर होने पर उनके परिजनों को मुठभेड़ स्थल पर लाया गया। मुठभेड़ स्थल पर पहुंचे आतंकियों के परिजनों ने परिवार का हवाला देते हुए उन्हें आतंकवाद की राह छोड़ मुख्यधारा में शामिल होने की गुहार लगाई। सुरक्षाबलों का ये प्रयास सफल रहा और दोनों आतंकियों ने सरेंडर कर दिया।
आतंकियों के परिवार वालों ने कही ये बात
इस दौरान परिजनों ने दोनों आतंकियों से अपील करते हुए कहा कि यदि आज उन्हें कुछ हो जाता है तो उनके साथ उनका परिवार भी खत्म हो जाएगा। आतंकवादी संगठन केवल अपने स्वार्थ के लिए उन्हें इस राह पर चलने को मजबूर कर रहे हैं जबकि सच्चाई यह है कि घाटी में अभी तक जितने भी युवक आतंकवाद की राह में मारे गए हैं, उनके परिजन खुश नहीं है।
आतंकियों के सरेंडर करने को लेकर पुलिस और परिवार दोनों हैं खुश
इस पूरे मामले को लेकर आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि परिजनों की गुहार कानों में पहुंचते ही अल-बदर में शामिल हुए दोनों युवक आत्मसमर्पण करने को तैयार हो गए। दोनों युवकों ने अपने हथियार जमीन पर डाल दिए। आइजीपी ने कहा कि दोनों युवकों के आत्मसमर्पण करने से उनके परिजन ही नहीं पुलिस व सेना भी उतनी ही खुश है।
इन आतंकियों ने किया सरेंडर
आत्मसमर्पण करने वाले दोनों आतंकियों की पहचान आबिद मुश्ताक, महराज-उ-दीन वार दोनों निवासी सोपोर के रूप में हुई है।बताया जा रहा है कि ये दोनों युवक गत माह 24 सितंबर को अपने घर से लापता हो गए थे।