कृत्रिम मेधा यानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से आज के समय में दुनिया का हर शख्स वाकिफ है. आए दिन खबरें सामने आती हैं कि एआई तकनीक रोजगार के लिए कितना बड़ा संकट बन सकती है. यह लोगों की नौकरियां खा सकती है. एक ऐसी ही रिपोर्ट सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि आने वाले समय में AI सरकारी क्षेत्र की 84 फीसदी नौकरियां खत्म कर सकता है.
द एलन ट्यूरिंग इंस्टीटयूट ने अपनी रिसर्च में यह दावा किया है. संस्था ने अपने सर्वे में 200 सरकारी नौकरियों को शामिल किया था. रिपोर्ट के मुताबिक, यह सेवाएं ऐसी हैं यदि इनमें मानव श्रम न भी हो तब भी कोई असर नहीं पड़ेगा. इसका सीधा अर्थ है कि इन कामों को एआई के हवाले से किया जा सकेगा. संस्था ने अपने सर्वे में पासपोर्ट प्रोसेसिंग, वोटिंग रजिस्ट्रेशन जैसी सेवाओं को शामिल किया गया है.
यह सर्वे ब्रिटेन सरकार के कामकाज को लेकर की गई. इसमें इन सेवाओं को सरकारी नौकरियों में ऑटोमेटेड किया जा सकता है. यह सेवाएं 14.3 करोड़ ट्रांजैक्शन कवर करती हैं. रिपोर्ट के अनुसार, इन सेवाओं पर यदि ऑटोमेशन लागू कर दिया जाए तो मानव दखल पूरी तरह से खत्म हो सकता है.
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की चीफ क्रिस्टीना जार्जीवा ने भी एआई को नौकरियों के लिए खतरा बताया था. उन्होंने कहा था कि एआई जॉब सिक्योरिटी के लिए एक बड़ा खतरा हो सकता है. उन्होंने अपने बयान में एआई के अवसरों के बारे में भी बताया था.