नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के अखनूर में पाकिस्तान की फायरिंग में शहीद हुए विजय कुमार पांडेय के परिजन गम में डूबे हैं। विजय की 20 जून को शादी थी और 15 जून को तिलक चढ़ना था। तैयारी में जुटे दोनों परिवारों में अब कोहराम मचा है।
3 जून की रात जम्मू से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार से पाकिस्तान ने गोलीबारी शुरू की जिसमें BSF के दो जवान इसकी चपेट में आकर शहीद हो गए। एक हैं असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर सत्य नारायण यादव। दूसरे, कॉन्स्टेबल विजय कुमार पाण्डेय। विजय पाण्डेय की शादी होने वाली थी। 20 जून की तारीख पक्की थी। शादी के कार्ड बंट चुके थे। 5 जून से उनको छुट्टी पर जाना था। लेकिन इसके दो दिन पहले ही वो शहीद हो गए।
Fatehpur: Last rites ceremony of BSF jawan Vijay Pandey who lost his life yesterday in ceasefire violation in Jammu & Kashmir’s Akhnoor sector pic.twitter.com/tWNRl3Wg2q
— ANI UP (@ANINewsUP) June 4, 2018
शहीद के पिता राजू पांडेय से बातचीत में पता चला कि शनिवार शाम करीब चार बजे शाम को विजय से फोन पर उनकी बातचीत हुई थी। उन्होंने शादी की तैयारियों को लेकर चर्चा की थी तो विजय ने कहा कि वह परेशान न हों और वह दस जून तक हर हाल में आ जाएगा और उसने अवकाश के लिए आवेदन कर दिया है। उन्होंने बताया कि विजय का तिलक 15 व बारात 20 जून को थी। उसकी सगाई बुढ़वा गांव की रहने वाली लड़की से हो चुकी थी। दोनों परिवार शादी की तैयारियों में जुटे थे।
पिता ने बताया कि अंतिम बार जब विजय से बातचीत हुई तो उससे कहा था, कार्ड बंटने और शादी की तैयारियां करनी हैं। भागदौड़ करने वाला कोई नहीं है, इसलिए तुम जल्दी आ जाओ। इस बात पर विजय ने कहा था सब हो जाएगा बस आप अपनी सेहत का ख्याल रखना। मैं दस जून को आकर सब कुछ संभाल लूंगा।