तीन राज्यों में AAP को नोटा से कम वोट, मिशन विस्तार को लगा झटका
आम आदमी पार्टी की अन्य राज्यों में विस्तार करने की कोशिशों को एक बार फिर से झटका लगा है. आप पार्टी को 3 राज्यों (राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़) में हुए विधानसभा चुनाव के परिणामों के आधार पर नोटा से भी कम वोट मिले हैं. ऐसे में आम आदमी पार्टी की अन्य राज्यों में विस्तार की योजना को फिर से झटका लगा है.
मध्य प्रदेश पर नजर दौड़ाए तो यहां 230 सीटों में से आप ने 208 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से अधिकतर उम्मीदवार अपनी जमानत बचाने में भी कामयाब नहीं रहे. यहां आप पार्टी को महज 0.7 प्रतिशत वोट मिले जबकि 1.5 प्रतिशत मतदाताओं ने नोटा को अपनाया. वहीं छत्तीसगढ़ में आप को 0.9 और राजस्थान में महज 0.4 प्रतिशत वोट ही मिले. वहीं इन राज्यों मनें नोटा के मत प्रतिशत से भी आप को मिले वोट प्रतिशत कम हैं.
आम आदमी पार्टी दिल्ली से बाहर पंजाब को छोड़कर किसी भी राज्य में प्रभावी मौजूदगी दर्ज नहीं करा पाई है. पंजाब में पहली बार चुनाव लड़ने के बाद आप पार्टी राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में उभरी थी. वहीं कुछ नेताओं ने स्वीकार किया कि पार्टी ने इन चुनावों में पूरी शिद्दत से भाग लिया. चुनाव में भागीदारी की कवायद राज्यों में आप के संगठन को एकजुट रखने मात्र तक सीमित थी.