अमित शाह को स्वाइन फ्लू , BJP के चुनावी अभियान पर हो सकता है असर
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह स्वाइन फ्लू से पीड़ित हैं और उन्हें इलाज के लिए एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
एम्स के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ, रणदीप गुलेरिया की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है. खुद अमित शाह ने भी स्वाइन फ्लू होने की जानकारी दी है.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘मुझे स्वाइन फ्लू हुआ है, जिसका उपचार चल रहा है। ईश्वर की कृपा, आप सभी के प्रेम और शुभकामनाओं से शीघ्र ही स्वस्थ हो जाऊंगा।’सूत्रों के मुताबिक रात करीब 9 बजे सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत पर अमित शाह को एम्स ले जाया गया था.
राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, ‘अमितभाई, आपके जल्द से जल्द स्वस्थ होने की मैं ईश्वर से कामना करता हूं.
क्या होगा बंगाल में होने वाले रैलियों का
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बीमार होने का सबसे बड़ा असर पश्चिम बंगाल में 20 जनवरी से शुरू होने वाले पार्टी के अभियान पर पड़ सकता है. सुप्रीम कोर्ट से राज्य में रथयात्रा निकालने की मंजूरी नहीं मिलने के बाद बीजेपी की प्रदेश इकाई ने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की 5 रैलियों का खाका तैयार किया है. जिसमें पहली जनसभा मालदा जिले में 20 जनवरी को होनी थी. इसके बाद 21 जनवरी को 2 रैलियां बीरभूम और पश्चिम मिदनापुर में होनी थीं.
वहीं 22 जनवरी को 2 अन्य जनसभाएं दक्षिण 24 परगना और नादिया जिले में तय थी. इसके अलावा 8 फरवरी को कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ी जनसभा की योजना भी बनाई गई है. जिसे लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. ऐसे में अपने कप्तान के बिना बीजेपी की बंगाल इकाई के मनोबल पर इसका सीधा असर पड़ सकता है.
कर्नाटक प्लान का क्या होगा ?
कर्नाटक के 104 बीजेपी विधायक पूर्व मुख्यमंत्री येदियूरप्पा के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के नजदीक गुरुग्राम के एक होटल में कैंप किए हुए हैं और येदियूरप्पा की तरफ से लगातार पार्टी हाईकमान से मुलाकात का समय मांगा जा रहा था. लिहाजा शाह की गैरमौजूदगी में बीजेपी का कर्नाटक प्लान भी बिगड़ सकता है.
50 से ज्यादा प्रेस कॉन्फ्रेंस
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी के चुनावी घोषणापत्र के लिए बैंठकें भी शुरू कर दी हैं. इसके साथ ही वे लगातार विभिन्न राज्यों में शक्ति केंद्र के कार्यकर्ताओं, पन्ना प्रमुखों और प्रबुद्धजनों के साथ सम्मेलन भी कर रहे थे. केंद्र की मोदी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों को जनता तक पहुचाने के लिए बीजेपी ने अगले चार दिनों में देश के 70 अलग-अलग जगहों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की योजना बनाई है. इन प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए पार्टी पीएम मोदी और अध्यक्ष अमित शाह का संदेश आम लोगों तक पहुंचाना चाहती है.