नई दिल्ली: विपक्ष की तीखी आलोचनाओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बीजेपी के मेरा बूथ, सबसे मजबूत कार्यक्रम की शुरुआत की. इस दौरान मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक करोड़ से ज्यादा बीजेपी कार्यकर्ताओं, वालंटियरों और समर्थकों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि हमें अपनी सेना पर पूरा भरोसा है. इसलिए ऐसे समय में जरुरी है कि कुछ भी ऐसा न हो जिससे उनका मनोबल घटे और दुश्मनों को हम पर अंगुली उठाने का मौका मिल जाए.
मोदी ने कहा कि इस समय देश की भावनाएं एक अलग स्तर पर हैं. देश के वीर जवान सीमा और सीमा के पार अपना शौर्य दिखा रहा है. उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा और सामर्थ्य का संकल्प लेकर हमारे जवान सीमा पर डटे हैं. इसलिए हम सबको भी देश की खुशहाली और सम्मान के लिए दिन-रात एक करके काम करना होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं से आह्वाहन किया, आओ मिलकर प्रगति के पथ पर चलें. मैं वैभवशाली भारत की तस्वीर को देख पा रहा हूं. इस बार चुनाव अपने पूरे रंग में दिखाई देगा. हेल्दी लोकतंत्र में सत्ता और विपक्ष के बीच स्वस्थ प्रतियोगिता देखने को मिल रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारा देश नई नीति और नई रीति के साथ अपनी क्षमताओं का विस्तार करने में जुटा हुआ है. भारत का युवा आज उत्साह से परिपूर्ण है, देश के किसान से लेकर देश के जवान तक सभी को ये विश्वास मिला है कि नामुमकिन अब मुमकिन है. उन्होंने कहा कि न्यू इंडिया के निर्माण के लिए वर्तमान समय में देश के करोड़ों में जो आत्म विश्वास है, उसे एक धागे में पिरोना है. जिसे हम भारत माता के चरणों में अर्पित कर सकें.
पीएम मोदी ने कहा कि ‘भारत को अस्थिर करने के लिए आतंकी हमले के साथ-साथ दुश्मनों का एक मकसद ये भी होता है कि हमारी प्रगति रुक जाए। लेकिन ऐसा हम कभी नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि दुश्मनों के मकसद के सामने हर भारतीय को दीवर बन कर के खड़ा होना है। ऐसे में कार्यकर्ताओं का ये कर्तव्य हो जाता है कि वो लोगों को समझाएं कि जब ‘मजबूत सरकार’ होती है तो उससे क्या फर्क पड़ता है और उससे देश को क्या फायदा होता है.’
इस दौरान मोदी ने कांग्रेस पर वार करते हुए कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव दो राजनीतिक दलों की विचारधारा के बीच का है. उन्होंने कहा, भाजपा में सभी काम लोकतांत्रिक तरीके से होता है. जबकि कांग्रेस में वंशवाद के आधार पर काम तय होता है.
मोदी ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरा. उन्होंने कहा कि 2014 से 2019 तक का समय आवश्यकताओं को पूरा करने का था, जबकि 2019 से 2024 का समय लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने का समय है.