नई दिल्ली: पाकिस्तान में भारत द्वारा एयर स्ट्राइक करने के बाद से सोशल मीडिया पर अलग-अलग बयान आ रहे हैं. किसी ने कहा कि इंडियन एयरफोर्स ने 300 आतंकी मार गिराए हैं तो कोई कह रहा है कि 250 मारे गए हैं. संख्या यहीं नहीं रुकी किसी ने 400 आतकियों के मारे जाने की बात कही. इन सब के बीच इंडियन एयरफोर्स के मुखिया बीएस धनोवा ने भी सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस की और कहा, हमारा काम टार्गेट हिट करना है लाशें गिनना नहीं.
इन सब के बावजूद विपक्ष के लोग एयर स्ट्राइक के सुबूतों की मांग करने में जुटे हुए है. और अब इसके सुबूत सामने आ गए हैं. नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (NTRO) के सर्विलांस से ये खुलासा हुआ है कि जिस वक्त इंडियन एयरफोर्स ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के कैंपों पर हमला किया, उस वक्त वहां पर 300 से ज्यादा मोबाइल फोन ऐक्टिव थे.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन ने इंडियन एयरफोर्स को ये बताया था कि बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के कैंप में 300 से ज्यादा मोबाइल फोन ऐक्टिव हैं. इससे ये भी साफ हो रहा था कि वहां पर करीब-करीब 300 लोग मौजूद होंगे.
Sources: Similar number of active targets were corroborated by other Indian intelligence agencies as well that had inputs suggesting same number of operatives in JeM terror camp in Balakot https://t.co/II3BKeZIUt
— ANI (@ANI) March 4, 2019
Sources: NTRO surveillance of JeM Balakot camp in days leading up to air strike by IAF confirmed around 300 active mobile connections in facility pic.twitter.com/uwyzd0qpHB
— ANI (@ANI) March 4, 2019
इसके अलावा खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) ने भी सैटेलाइट के जरिए एयरफोर्स को यह बताया था कि हमले के समय कैंप में 280 से ज्यादा आतंकी मौजूद हैं. इसके बाद ही मिराज 2000 एयरक्राफ्ट के जरिए पाक के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी.