गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान कभी यह नहीं कहा कि देश की जनता के बैंक खातों में 15-15 लाख रुपए आएंगे। यह सिर्फ सरकार के खिलाफ प्रोपेगंडा है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की ओर से किसी भी संवैधानिक संस्था के काम में दखलअंदाजी नहीं की जा रही है। इनकम टैक्स, ईडी पर किसी भी तरह छापों के लिए दबाव नहीं बनाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि बालाकोट में हुई एयरस्ट्राइक के दौरान भारतीय वायुसेना ने इस बात का खास ध्यान रखा कि आम लोगों को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे।
राजनाथ ने यह भी कहा कि बालाकोट एयरस्ट्राइक पर सरकार से सवाल जरूर पूछें, लेकिन सुरक्षा बलों से सबूत न मांगें। यह देश की सेना को नीचा दिखाने जैसा है।
मध्यप्रदेश में सीएम कमलनाथ के करीबियों पर छापेमारी को राजनीति से प्रेरित होने के आरोप पर राजनाथ ने कहा कि सरकार पर लगाए जा रहे यह आरोप पूरी तरह निराधार हैं। उन्होंने बताया कि यह आज पहली बार नहीं हो रहा, बल्कि वर्षों से हो रहा है। यह किसी के निर्देश पर नहीं किया जा रहा है। चुनाव आयोग ने फोर्स मांगी और हमने भेज दी। यह सब सरकार के कहने पर नहीं, बल्कि आयोग के कहने पर हुआ है।
भाजपा के संकल्प पत्र को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा एक अकेले आदमी की आवाज कहने पर राजनाथ बोले, ‘उनके आरोप बेबुनियाद हैं। वे ऐसी ही बातें करते रहते हैं। उन्हें गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है।’
नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला के बयान ‘धारा 370 खत्म करने पर कश्मीर भारत से अलग हो जाएगा’ इसको लेकर गृहमंत्री ने कहा, ‘कश्मीर कभी भारत से अलग नहीं हो सकता। कोई भी ताकत उसे भारत से अलग नहीं कर सकती, क्योंकि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है।’
उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि अगर भारत सरकार धारा 370 और 35 ए हटाती है, तो कश्मीर में अलग से वजीर-ए-आजम और सदर-ए-रियासत की जिम्मेदारियां तय की जाएंगी। इस बारे में राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे संकल्प पत्र में साफ-साफ लिखा है कि अगर हम फिर सत्ता में आए तो धारा 370 और 35 ए को खत्म किया जाएगा। एक देश में दो प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति का सवाल ही नहीं उठता है।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि अगर धारा 35 ए को खत्म किया गया, तो सिर्फ कश्मीर ही नहीं, पूरा भारत जलेगा। इस पर राजनाथ ने कहा कि यह सिर्फ उनकी निराशा है। वह कुछ भी कह सकती हैं। लेकिन हम वही करेंगे, जो करना है।
राजनाथ ने कहा कि मैं देश का गृहमंत्री भरोसा दिलाता हूं कि किसी भी नागरिक को भारत में असुरक्षित नहीं महसूस करना चाहिए। अगर कोई भी धर्म के नाम पर भेदभाव या तनाव पैदा करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोगों को भी देश में बेफिक्र होकर रहना चाहिए। कश्मीरी पढ़ाई या किसी अन्य जरूरत के हिसाब से देश के किसी भी हिस्से में जा सकते हैं और वहां रह सकते हैं। देश के नागरिकों की यह जिम्मेदारी बनती है कि कश्मीरियों को सुरक्षित महसूस कराया जाए। इस बारे में सभी राज्यों को एडवायजरी भी जारी की जा चुकी है।
कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह सिर्फ दो लोगों की पार्टी और वन मैन शो है। इस बारे में राजनाथ ने कहा कि इस तरह के आरोप निराधार हैं। हां, यह जरूर सच है कि पार्टी में अध्यक्ष और प्रधानमंत्री महत्वपूर्ण हैं। जब मैं भाजपा अध्यक्ष था और मोदी पीएम कैंडिडेट, तब भी ऐसी बातें कही जाती थीं।
हाल में मायावती ने कहा था कि मुस्लिम महागठबंधन को वोट देंगे, तो भाजपा को हराया जा सकता है। कांग्रेस किसी भी सूरत में भाजपा को नहीं हरा सकती है। इस पर राजनाथ ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है। राजनीति हिन्दू-मुस्लिम पर आधारित नहीं होनी चाहिए। यह धर्म और जाति के आधार पर नहीं हो सकती। स्वस्थ लोकतंत्र के लिए यह स्वीकार्य नहीं है।’
हाल में ऐसी खबरें आईं, जिनमें कहा गया कि अगर भाजपा बहुमत से नहीं लौटी, गडकरी पीएम पद का चेहरा बनेंगे। इस पर राजनाथ ने कहा कि यह सब ‘ख्याली पुलाव’ हैं। हमें दो तिहाई बहुमत मिलेगा। पीएम नरेंद्र मोदी बनेंगे। इसमें किसी तरह का संदेह नहीं है।
वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पर राजनाथ सिंह बोले, ‘उन्होंने लम्बे समय तक राजनीति की। वे हमारी प्रेरणा हैं।’ सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक पर लाल कृष्ण आडवाणी के रुख को लेकर राजनाथ ने कहा, ‘अगर उन्हें सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक पर बताया जाता, तो वे पहले पीछा करके मारने की रणनीति पर विचार करते। वे बेहद सक्रिय हैं और सब समझते हैं।’