लोकसभा चुनाव: प्रथम चरण में 91 लोस सीटों पर मतदान, 1279 उम्मीदवारों के भाग्य ईवीएम में होंगे कैद

नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पहले चरण में 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों पर गुरुवार को मतदान होगा। इसके अलावा आन्ध्रप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की सभी विधानसभा और ओडिशा की 28 विधानसभा सीटों पर भी मतदान होगा। इस दौरान 14 करोड़ 21 लाख 69 हजार से अधिक मतदाता 1279 उम्‍मीदवारों के भाग्‍य का फैसला करेंगे। इस चरण में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तराखंड, अरुणाचल, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, अंडमान निकोबार, लक्ष्यदीप और त्रिपुरा की सभी लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। वहीं असम की 5, बिहार की 4, छत्तीसगढ़ की 1, पश्चिम बंगाल की 2, महाराष्ट्र की 7, जम्मू कश्मीर की 2, उत्तर प्रदेश की 8, ओड़िशा की 4 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा।

चुनाव आयोग ने 20 राज्‍यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कुल 1 लाख 70 हजार से अधिक मतदान केंद्र बनाए हैं। इस चरम में कुल 14,21,69,537 मतदाता है जिसमें 7,22,17,733 पुरुष और 6,98,55,931 महिला मतदाता हैं। आयोग ने कुल 1279 उम्मीदवारों के लिए 1,70,664 मतदान केन्द्र बनाए हैं। इस चरण में 37 लोकसभा क्षेत्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है। सुरक्षा के विशेष एवं खास इंतेजाम किए गए हैं। छत्तीसगढ़ की बस्तर लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले दांतेवाड़ा क्षेत्र में मंगलवार को हुए नकस्ली हमले के बाद छत्तीसगढ़ के सीईओ ने पहले और दूसरे चरण के प्रभावित जिलों के कलेक्टरों और पुलिस अधिक्षकों के साथ वीडियो कांफ्रेंस की थी। उन्हें अगले दो चरण के मतदान के दौरान पूरी सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। इन सभी सीटों पर मतदान सुबह 7 बजे शुरु होगा जो ज्यादातर सीटों में शाम 6 बजे तक चलेगा। कुछ सीटों पर मतदान शाम 4 बजे और कुछ सीटों पर 5 बजे तक रहेगा।

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लोकसभा सीटों की संख्‍या को आधार माना जाए तो प्रथम चरण का तीसरा स्‍थान तीसरा है। इसके अलावा दूसरे चरण में 97 और तीसरे चरण में 115 सीटों पर मतदान होना है। क्या है खास इस चरण में अंदमान निकोबार द्वीप समूह में शामिल मतदाताओं में स्ट्रेट द्वीप समूह की 41 महान निकोबारी जनजातियाँ, हट बे की 65 ओंग आदिवासी और कैम्पबेल बे की लगभग 100 शॉम्पेन जनजातियाँ शामिल हैं। अरुणाचल प्रदेश की 45-ह्युल्यांग (एसटी) विधानसभा क्षेत्र के तहत एक महिला मतदाता के लिए मलोगम गांव में मलोगम अस्थायी संरचना तैयार की गई है। 3-मुक्ते (एसटी) विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मतदान केंद्र संख्या 18-लुगुथांग लगभग 13,583 फीट की ऊँचाई पर स्थित सबसे ऊँचा मतदान केंद्र है। सिक्किम में महिला मतदाताओं के लिए विशेष रूप से 11 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। त्रिपुरा में शिविरों में रह रहे ब्रू शरणार्थियों के लिए मिज़ोरम – त्रिपुरा सीमा पर कान्हुमुन में 15 विशेष मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।

वहीं मिजोरम संसदीय निर्वाचन क्षेत्र एक विशिष्ट विशेषता रखता है जहां 100 प्रतिशत मतदाताओं के पास मतदाता फोटो पहचान पत्र है। मेघालय में 52 प्रतिशत महिला मतदाता हैं जिनमें से 32.34 प्रतिशत 20-29 वर्ष आयु वर्ग में हैं। बिहार में तंबाकू मुक्त-2019 लोकसभा चुनाव के लिए सभी मतदान केंद्रों में विशेष घोषणा की गई है। ऐसा करने वाला वह दिल्ली के बाद दूसरा राज्य बन गया है। यहां स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए पहले चरण में 350 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है। उत्तर प्रदेश में पिछले आम चुनाव-2014 के बाद से मतदाताओं की कुल संख्या 55,06,336 (यानी 3.96 प्रतिशत) बढ़ी है। इनमें से 16,75,567 मतदाता 18-19 वर्ष के आयु वर्ग में हैं। यहां पहले चरण के दौरान 8 लोकसभा सीटों सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर में मतदान होगा।

ये सभी लोकसभा सीटें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हैं। 8 निर्वाचन क्षेत्रों में कुल मिलाकर 1,50,65,682 मतदाता हैं जिनमें 82,24,835 पुरुष मतदाता और 68,39,833 महिला मतदाता हैं। इन 8 लोकसभा सीटों में गाजियाबाद 26,56,779 मतदाताओं के साथ उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र है। पहले चरण में उत्तर प्रदेश के कुल 6717 मतदान केंद्रों में 1564 (लगभग 23 फीसद) मतदान केंद्र सांप्रदायिक व जातीय समीकरणों के चलते संवेदनशील हैं, जहां अर्द्धसैनिक बलों व पीएसी की विशेष तैनाती की गई है। इनमें से 730 को अतिसंवेदनशील माना गया है।

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