महाराष्ट्र के सोलापुर में आयोजित चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘महाराष्ट्र, गुजरात और अन्य कुछ राज्यों में कल आए तूफान में कई लोगों की मृत्यु हुई है। किसानों की फसलों का भी नुकसान हुआ है। मैंने अफसरों से कहा है कि आम जन को जल्द से जल्द सहायता पहुंचाई जाए। जिन्होंने अपने स्वजन खोये हैं, उन परिवारों के प्रति मैं संवेदना व्यक्त करता हूं।’
चुनावी रैली में प्रधानमंत्री
उन्होंने कहा कि एक मजबूत औऱ संवेदनशील सरकार का मतलब क्या होता है, छत्रपति शिवाजी की ये धरती बहुत अच्छी तरह जानती है। आपने 2014 में मुझे जो पूर्ण बहुमत दिया, उसने मुझे ऐसी ताकत दी कि हम देश के लिए बड़े-बड़े फैसले ले पाए है।
उन्होंने कहा कि आपकी दी हुई ताकत से ही मैं गरीब से गरीब के कल्याण के लिए पूरी शक्ति लगाकर काम कर पाया। आज दुनिया के शक्तिशाली राष्ट्र भी भारत के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर चलने में गर्व अनुभव करते हैं। आप और हम मिलकर भारत में एक शक्तिशाली सरकार बनाएंगे।
पीएम ने कहा कि 2014 में आपके आदेश के बाद आपके इस प्रधानसेवक ने देश की नीति और रीति बदल दी है। आपके इस सेवक ने 5 साल सरकार चलाई है और कोई भ्रष्टाचार का एक दाग नहीं लगा पाया है। इस प्रधान सेवक को आपका विश्वास मिला, तभी कालेधन और भ्रष्टाचार पर सीधा वार किया।
उन्होंने कांग्रेस और एनसीपी पर वार करते हुए कहा कि जो लोग दिल्ली में एसी रूम में बैठते हैं, उन्हें जमीनी हकीकत का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं है। इसीलिए अब मैं समझ गया हूं कि शरद राव मैदान छोड़कर क्यों भाग गए हैं। वह खिलाड़ी हैं। हवा का रुख समझ लेते हैं और अपना नुकसान नहीं होने देते। उन्होंने कहा कि जनता का साथ मिला, तभी हजारों करोड़ रुपए का कर्ज लेने वालों से देश के पैसे वसूल पाया।
कांग्रेस और सम्पूर्ण विपक्ष पर हमलावर होते हुए पीएम ने कहा कि महामिलावटी दलों ने मोदी को हटाने को ही मुद्दा बना दिया है। देश को दुनिया में गौरव कैसे दिलाएंगे, भारत की जय-जयकार कैसे होगी, इसकी कोई सोच नहीं रहा। उन्होंने कहा कि नामदार ने पहले चौकीदारों को गालियां दीं और अब जिसका नाम मोदी है, हर उस व्यक्ति को चोर बोल रहे हैं।
पीएम ने अपने परिवार पर हो रहे राजनीतिक हमले पर कहा, ‘एक बार फिर से मेरे परिवार होने औऱ न होने पर भी हमला शुरू कर दिया गया है। परिवार के विषय में शरद पवार को मोदी के बारे में बुरा से बुरा बोलने का हक है। उनको उनकी समझ और संस्कार के हिसाब से बोलने का हक है।’