नोएडा: नोएडा फेज-तीन पुलिस ने गुरुवार को गाड़ी चुरा कर उसके नकली कागजात बना कर बेचने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान जहांगीरपुर दिल्ली निवासी हेमंत उर्फ मोनू और त्रिलोकपुरम हापुड़ निवासी वसीम के रूप में हुई है, हालांकि दो अभी भी फरार हैं। क्षेत्राअधिकारी नोएडा द्वितीय राजीव कुमार सिंह के मुताबिक थाना फेज-तीन में सुबह स्कूटी चुराकर दो चाेरों के भागने की सूचना पर सब्जी मंडी एफएनजी रोड पर वाहन चेकिंग अभियान शुरू किया गया।
कुछ देर बाद हेमंत और वसीम एक बिना नम्बर प्लेट की एक्टिवा स्कूटी पर आते दिखे, जब कागजात मांगा गया तो वे दिखा नहीं सके। जब उन्हें थाने में लाकर पूछताछ की गयी तो दिल्ली से कई गाड़ियां चुराने की बात स्वीकार की। राजीव कुमार सिंह ने बताया कि दोनों की निशानदेही पर नोएडा सेक्टर-121 डंपिंग यार्ड से सेंट्रो, हौंडा अमेज, मारुति सुजुकी एवं हौंडा सिटी कार बरामद किया गया है। दोनों आरोपितों ने अपने साथ के दो व्यक्ति दिल्ली निवासी मनोज और गाजियाबाद निवासी राकेश का भी नाम लिया है।
मनोज इस गिरोह का मुखिया है। पुलिस उनकी निशानदेही पर दोनों की तलाश कर रही है। अधिक देर से पार्क की गई गाड़ियों को बनाते थे निशाना क्षेत्राअधिकारी ने बताया कि हेमंत, वसीम और राकेश बारी-बारी से गाड़ियों को चुराते थे, फिर वे मनोज को गाड़ी पहुंचा देते थे। उसके बाद का काम मनोज करता था। मनोज गाड़ी को काट कर बेच देता था। राजीव कुमार ने बताया कि तीनों आरोपित पहले तो गलियों में घूम कर रेकी करते थे। फिर ज्यादा देर तक या अधिक दिनों से पार्क की गई कार को चुरा कर कार को मनोज को सौंप आते फिर मनोज उसे नोएडा सेक्टर-121 स्थित डंपिंग ग्राउंड में छोड़ आता था।
मामला शांत होने पर उसे बेच देता था। खुद से बनाते थे आरसी और इंस्योरेंस थाना फेज-3 के थाना निरीक्षक अखिलेश त्रिपाठी ने बताया कि वाहनों की चोरी के बाद मनोज खुद से वाहनों के आरसी एवं इंस्योरेंस बना कर वाहनों को बेच देते थे। उन्होंने कहा कि फरार दो आरोपितों की धरपकड़ चल रही है जल्द ही वे पकड़े जाएंगे।