एनडीए छोड़कर महागठबंधन में शामिल हुए राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने दरभंगा में आयोजित जनसभा में कहा कि रामलीला में जब पर्दा उठता है और सीता आती हैं, तो देखने वाले उनके सामने शीश नवाते हैं। लेकिन जब पर्दा गिरा रहता है, तब उसके पीछे वही सीता सिगरेट पीती हुई मिलती है। बीजेपी का चरित्र भी ऐसा ही है।
उन्होंने कहा कि जब हम एनडीए में थे, तो बीजेपी को करीब से देखा है। बेहद नजदीक से देखा है। बाहर से अलग है। अलग से कुछ और है। रामलीला में इधर के लोगों को ज्यादा अनुभव है। बीजेपी के अंदर सब कुकर्म है और बाहर ऐसा दिखाते हैं, जैसे भगवान का रूप है। देवी वाला जो रूप है, वो मंच पर होता है। उसे ही आप लोग देख पाते हो। हम सिगरेट वाला रूप देखकर आए हैं। हम एनडीए में उनके साथ मंत्री थे, तो सब कुछ देखा, इसलिए एनडीए छोड़ दिया।