अमित शाह की ममता को चुनौती- हम बोलेंगे जय श्री राम, कौन रोकेगा!

पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर में बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह ने कहा, ‘मैं 3 दिन से देख रहा हूं बंगाल में जय श्री राम बोलने पर ममता दीदी को ऐतराज हो रहा है। आप मुझे बताइए भारत के किसी भी कोने में भारतीय संस्कृति के प्रतीक, जिनका जीवन प्रजा को समर्पित था, ऐसे राजा राम का नाम लेने से हमे कोई रोक सकता है क्या?’

मेदिनीपुर में बीजेपी अध्‍यक्ष का ममता वार

उन्होंने कहा, ‘मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि दीदी अगर हम श्री राम का नाम भारत में नहीं लेंगे, तो पाकिस्तान में लेंगे क्या? घटल वालों आप मेरे साथ संघर्ष करने के लिए तैयार हो ना? मेरे साथ बोलिये- जय श्री राम , जय जय श्री राम।’

अमित शाह ने कहा कि ममता दीदी अब आपसे जो बन पड़ता है कर लीजिये, जो धारा लगनी है लगा दीजिये। मगर हमें जय श्री राम का नारा लगाने से कोई नहीं रोक सकता। मैं देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर यहां आया हूं। हर जगह भाषाएं बदली, पहनावा बदला, खानपान बदला। लेकिन नारा नहीं बदला, वो नारा है -मोदी, मोदी, मोदी।

शाह ने कहा कि यह चुनाव देश के लिए मोदी जी ने जो काम किया उसके लिए लड़ा जा रहा है। लेकिन बंगाल में ये चुनाव लोकतंत्र की बहाली और ममता दीदी की सत्ता से मुक्त करने के लिए लड़ा जा रहा है। हम कहते हैं देश से घुसपैठियों को निकालेंगे तो ममता दीदी अफवाह फैलाती है कि शरणार्थियों को भी बाहर निकाला जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मोदी जी सिटिजन अमेंडमेंट बिल लाने वाले हैं। जितने भी बौद्ध, सिख, क्रिश्चियन, हिंदू, और जैन शरणार्थी आए हैं, उन सभी को नागरिकता दी जाएगा। ममता दीदी को हमारी बहन भारती घोष से कुछ ज्यादा ही प्यार है। क्योंकि भारती जी ने ममता के गैरकानूनी आर्डर को लेने से अस्वीकार कर दिया था।’

उन्होंने कहा कि आज आप के उत्साह को देखकर मैं कह सकता हूं के भारती जी बहुत बड़े मार्जिन से चुनाव जीतने वाली है। ममता दीदी कहती है कि मैं मोदी जी को प्रधानमंत्री नहीं मानती। ममता दीदी आप देश के संविधान पर विश्वास करती हैं या नहीं? आपके न मानने से कुछ नहीं होगा। मोदी जी फिर एक बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।

शाह ने कहा कि बंगाल में कुछ भी लेना हो, तो सिंडिकेट टैक्स देना होता है। भारत सरकार, बंगाल सरकार को तो कोई टैक्स नहीं मिलता, ममता दीदी के सिंडिकेट को ही टैक्स मिलता है। अब तो ये टैक्स भी ममता दीदी के गुडों तक नहीं पहुंचता, बल्कि इनके भतीजे के पास जाता है।

उन्होंने कहा कि इस्लामपुर के अंदर उर्दू शिक्षकों की भर्ती के लिए हंगामा हुआ, वहां के बच्चो ने कहा कि हमें बंगाली में पढ़ना है। लेकिन ममता ने कहा की आपको उर्दू में ही पढ़ना होगा, जब बच्चो ने विरोध किया, तो दो बच्चों राजेश और तापस के सीने में गोली मार दी गई।

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