कर्नाटक में कांग्रेस-जनता दल सेकुलर गठबंधन की सरकार गिरने के बाद ऐसी चर्चा तेज हो गई है कि बीजेपी मध्य प्रदेश में भी कुछ उलटफेर कर सकती है। इस बारे में पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह कई बार बोल चुके हैं लेकिन बुधवार को इससे उलट वाकया हुआ। एक तरफ बीजेपी सरकार गिराने की बात कर रही है तो दूसरी ओर बुधवार को विधानसभा में एक बिल पर वोटिंग के दौरान बीजेपी के दो विधायकों ने कमलनाथ सरकार के समर्थन में वोट किया। इसकी जानकारी खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मीडिया को दी।
Madhya Pradesh CM Kamal Nath: Everyday BJP says we are a minority govt and one which could fall any day. Today in voting in assembly(on criminal law amendment), two BJP MLAs voted in favour of our Govt pic.twitter.com/4rN6pFzCbB
— ANI (@ANI) July 24, 2019
मध्य प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर हमारे नंबर 1 और नंबर 2 इशारा करें तो 24 घंटे में मध्य प्रदेश सरकार गिर सकती है। इसके उलट कमलनाथ ने एक बयान में कहा, ‘हर दिन बीजेपी कहती है हमारी सरकार अल्पमत में है जो किसी भी दिन गिर सकती है। आज विधानसभा में वोटिंग के दौरान बीजेपी को दो विधायकों ने हमारे समर्थन में मतदान किया।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए विधानसभा में एक बिल पर विभाजन की मांग की थी। इस दौरान बीजेपी के दो विधायकों ने कमलनाथ सरकार के समर्थन में वोट किया।
दरसल कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार के पतन के एक दिन बाद मध्य प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री कमलनाथ और विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव के बीच तनातनी देखने को मिली।
बतादें कि, एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जेडीएस सरकार के कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत हारने के तुरंत बाद शिवराज सिंह चौहान ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता अपनी सरकारों के पतन के लिए खुद जिम्मेदार हैं। हम मध्य प्रदेश सरकार के पतन का कारण नहीं बनेंगे। कांग्रेस के नेता अपनी सरकारों के पतन के लिए स्वयं जिम्मेदार हैं।
इस पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, ‘आपके ऊपर वाले नंबर-1 और दो समझदार हैं, इसलिए आदेश नहीं दे रहे। आप चाहें तो अविश्वास प्रस्ताव ले आएं।’