लखनऊ मामला: पत्नी हत्या मामले में IAS उमेश सिंह गिरफ्तार

हाल ही में राजधानी लखनऊ में सूडा निदेशक की पत्नी की संदिग्ध हालात में गोली लगने से हुई मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। मृतका के भाई ने आरोप लगाया है कि उनकी बहन ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उन्हें साजिश रचकर गोली मारी गयी। परिजनों का आरोप है कि घटनास्थल के कई साक्ष्य इशारा कर रहे हैं कि मेरी बहन ने खुद गोली नहीं मारी बल्कि उसकी हत्या की गयी है। मृतका के परिजनों ने इस मामले में सूडा निदेशक की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। फिलहाल पुलिस ने मृतका के चचेरे भाई राजीव कुमार सिंह की तहरीर पर सूडा निदेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। बता दें कि 1 अगस्त को सूडा निदेशक उमेश प्रताप सिंह की पत्नी को घर में संदिग्ध हालात में गोली लगी थी। परिजनों ने तत्काल उन्हें टामा सेंटर पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया था।

आपको बतादें कि अब इस मामले में एक नया मोड़ लेलिया है। जहां निदेशक सूडा उमेश सिंह मृतका अनीता की बेटी के एक बयान ने इस पूरे मामले को बदल दिया है।

निदेशक सूडा उमेश सिंह की बेटी उपासना सिंह ने कहा कि राजीव सिंह का हमारे परिवार से कोई सम्बन्ध नहीं, कभी हमारे घर नहीं आये, माँ अनिता सिंह बीमार थी तब भी देखने नहीं आए, मैंने इनकी कभी अपने घर पर भी इनको नहीं देखा, अब किसी पुरानी रंजिश की वजह से पुरानी खुंदक निकाल रहे हैं, परिवार को बदनाम करने की वजह से आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं, उपासना सिंह निदेशक सूडा उमेश सिंह की बेटी हैं

खुद को अनिता सिंह का चचेरा भाई बनाने वाले राजीव सिंह पर लगाए आरोप,

गुरुवार देर रात मृतका (अनीता) के भाई अधिवक्ता राजीव कुमार सिंह ने आईएएस उमेश प्रताप सिंह के खिलाफ चिनहट थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। राजीव कुमार सिंह ने अपनी तहरीर में बताया है कि सूडा निदेशक उमेश प्रताव सिंह के कई महिलाओं के साथ अवैध संबंध हैं। इसको लेकर अनीता सिंह और उमेश के बीच अकसर विवाद होता रहता था। इस बारे में अनीता सिंह ने कई बार हम लोगों को बताया और उमेश सिंह से अलग होने की बात कही, लेकिन हम लोगों ने दो बच्चों की भलाई के लिए अपनी बहन को ही समझाते थे। अनीता सिंह अपने पति के व्यवहार से खुश नहीं रहती थीं। उमेश प्रताप सिंह ने कई बार अनीता की पिटाई भी की थी। हमारी बहन को पहले से ही संदेह था कि उनके साथ कुछ अनहोनी होक सकती है।

राजीव ने बताया कि कुछ दिन पहले छोटे भाई के गृह प्रवेश में आई थी, तब वह काफी परेशान दिख रही थी। कार्यक्रम में दो घण्टे रुकने के बाद वह वापस चली गयी थी। इसके बाद 1 सितंबर को छोटे भाई ने फोन कर मुझे बताया कि अनीता सिंह ने खुद को गोली मार ली है। राजीव कुमार सिंह ने कहा कि घटना के बाद कुछ मीडिया कर्मियों द्वारा खींची गयी फोटो संदेह उत्पन्न करती हैं। कहा कि अनीता को जिस कमरे में गोली लगी थी उस कमरे की सिटकिनी कुछ और ही बयाँ करती है। अगर अनीता ने सोफे पर उसने खुद को गोली मारी तो सर में चोट कैसे लगी? अगर सामने से गोली मारी तो पीठ में छोटा सुराख क्यों?

अधिवक्ता राजीव कुमार ने कहा कि हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए सिर्फ माहौल बनाया गया, साजिश रची गई। राजीव कुमार ने इंस्पेक्टर चिनहट सचिन पर भी गंभीर आरोप लागये हैं। आरोप है कि इंस्पेक्टर चिनहट व आईएएस उमेश एक ही गांव के रहने वाले हैं। स्थानीय पुलिस ने घटनास्थल पर साक्ष्य भी मिटाए हैं। उमेश प्रताप सिंह की ऊंची पहुंच के कारण पुलिस मामले को आत्महत्या साबित करने का प्रयास कर रही है।

राजीव कुमार सिंह ने मामले की नए सिरे से उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगायी है। उन्होंने सूडा निदेशक उमेश की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। इस बारे में पुलिस अधीक्षक उत्तरी सुकृति माधव ने बताया कि मृतका के भाई की तहरीर पर चिनहट थाने में उमेश प्रताप सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

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