प्रधानमंत्री मोदी और शी जिनपिंग के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बात-चीत शुरू हो गई है। इस बैठक में पीएम मोदी के साथ विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी वहां मौजूद हैं। इस वार्ता के बाद दोनों देश अलग-अलग बयान जारी करेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि वुहान स्पिरिट ने हमारे संबंधों को एक नया मोमेंटम और विश्वास दिया था। आज हमारे चेन्नई विजन से दोनों देशों के बीच सहयोग का एक नया दौर शुरू होगा। पीएम ने कहा कि ये सभी हमारी बड़ी उपलब्धियां हैं, इनसे हमें भविष्य में और अधिक प्रयास करने की प्रेरणा मिलती हैं। पीएम ने कहा कि, चेन्नई समिट में अब तक हमारे बीच द्वीपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर महत्वपूर्ण विचार विनिमय हुआ।
Chinese President Xi Jinping: We are really overwhelmed by your hospitality. Me and my colleagues have felt that very strongly. This will be a memorable experience for me and us. https://t.co/i5ZbBUj75r pic.twitter.com/bzSJERHR7y
— ANI (@ANI) October 12, 2019
प्रतिनिधिमंडल की इस बातचीत में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि, ‘भारत में आकर खुश हूं। हम आपके आतिथ्य से अभिभूत हैं। मैंने और मेरे साथियों ने महसूस किया है कि यह हमारे लिए एक यादगार अनुभव होगा। कल प्रधानमंत्री ने जैसा कि आपने कहा था आपने और मैंने द्विपक्षीय रिश्तों पर खुले दिल से बातचीत की।’
Chinese President Xi Jinping: We are really overwhelmed by your hospitality. Me and my colleagues have felt that very strongly. This will be a memorable experience for me and us. https://t.co/i5ZbBUj75r pic.twitter.com/bzSJERHR7y
— ANI (@ANI) October 12, 2019
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘स्थापना दिवस पर चीन को बधाई। मैं आप सभी का गर्मजोशी से स्वागत करता हूं। चीन और तमिलनाडु के बीच गहरे सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंध रहे हैं।। महाबलीपुरम में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दो हजार सालों के अधिकांश कालखंड में भारत और चीन दुनिया की प्रमुख आर्थिक शक्तियां रही हैं। अब इस शताब्दी में हम फिर से साथ-साथ उस स्थिति को प्राप्त कर रहे हैं।
PM Narendra Modi: The first informal summit between India and China last year in Wuhan led to fresh stability in our relations and gave a fresh momentum. Strategic communication between our two countries has also increased. #Modixijinping pic.twitter.com/8xAG95A1Tb
— ANI (@ANI) October 12, 2019
पीएम मोदी ने चीन से कहा है कि, चीन के साथ मतभेद को झगड़े की वजह नहीं बनने देंगे। वुहान में पिछले साल भारत और चीन के बीच पहली अनौपचारिक शिखर वार्ता से हमारे संबंधों में नई स्थिरता आई और एक नई गति मिली। दोनों पक्षों के बीच रणनीतिक संचार भी बढ़ा है। पीएम ने कहा कि हमने तय किया था कि हम मतभेद को आपसी सहमति से सुलझाएंगे करेंगे और इसे विवाद नहीं बनने देंगे, एक दूसरे की चिंताओं के बारे में संवेदनशील रहेंगे और हमारे संबंध विश्व में शांति और स्थिरता के कारक होंगे।
Kovalam (Tamil Nadu): Delegation level talks begin between Indian and China. PM Narendra Modi, National Security Advisor (NSA) Ajit Doval, External Affairs Minister S. Jaishankar, Foreign Secretary Vijay Gokhale are present. pic.twitter.com/zKGcBC0rV8
— ANI (@ANI) October 12, 2019