लखनऊ के प्रतीक मंगल और तेजस्विनी सिंह की किताब ‘शिफ्टिंग गोल पोस्ट’ ने नयी बुलंदी हासिल की है. यह किताब 11 से 18 अक्टूबर तक चीन के युन्नान शहर में होने वाले ख़ास आयोजन का हिस्सा बनेगी. इससे पहले साल की शुरुआत में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में कवर शो में इसे खूब तवज्जो मिली थी.
बता दें कि 12 सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल युन्नान दौरे पर गया है. यात्रा के दौरान चीन-भारत राउंड टेबल मीट समेत तमाम उच्च शैक्षिक संस्थानों और उत्कृष्टता केन्द्रों पर ‘शिफ्टिंग गोल पोस्ट’ चर्चा का विषय बनेगी. 14 अक्टूबर को चीन के प्रतिष्ठित डाली यूनिवर्सिटी में इस अहम किताब पर विशेष परिचर्चा का आयोजन भी किया जाएगा.
इसके बाद 16 अक्टूबर को यूनान के ‘क्रिएटिव इंटरप्राइजेज एंड एनवायर्नमेंट प्रोटेक्शन आर्गेनाइजेशन’ और यूनान नोर्मल यूनिवर्सिटी के मुख्य कार्यक्रमों में प्रतीक खुद भी हिस्सा लेंगे.
नामी युवा चेहरे प्रतीक मंगल और तेजस्विनी सिंह
एसएसआर मैनेजमेंट के संस्थापक प्रतीक मंगल क्लाइमेट चेंज का अध्ययन करने वाले रिसर्च स्कॉलर भी हैं। उन्होंने अब तक दो पुस्तकों के साथ कई पुस्तक अध्यायों और शोध पत्रों को लिखा है. प्रतीक के पिता रिटायर पीसीएस अधिकारी श्री राजमंगल और माँ यूपी में देवरिया जिले की बनकटा ब्लॉक प्रमुख श्रीमती बिमला रंजन हैं.
वहीं, 30 वर्षीय तेजस्विनी सिंह ऑर्गेनिक ग्रीन्स एंड बॉटनिकल नेचुरोपैथी कम्पनी की संस्थापक हैं. लेखन एवं पत्रकारिता में सक्रिय तेजस्विनी मिसेज़ इंडिया इंटरनेशनल, सिंगापुर-2018 और मिसेज़ ग्लोबल वर्ल्ड, साउथ अफ़्रीका-2018 जैसे प्रतिष्ठित खिताब जीतकर विश्व स्तर पर लखनऊ का नाम रोशन कर चुकी हैं.
तेजस्विनी ने अब तक 500 से अधिक प्रभावी हर्बल उत्पाद खुद बनाए हैं. उन्होंने ‘शिफ्टिंग गोलपोस्ट्स: टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट ट्रेंड्स’ चैप्टर ‘ट्रेंड चेंज फ्रॉम केमिकल टू सिंथेटिक पर्सनल केयर प्रोडक्ट’ लिखी है.