जम्मू कश्मीर प्रशासन ने इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है। रोक लगाने का उद्देश्य अफवाहों को रोकना है। आपको बता दे कि जम्मू कश्मीर में ब्रॉड बैंड सेवा पहले से ही बंद है। प्रशासन ने जानकारी दी है। यह फैसला कश्मीर के अलगाववादी नेता सैय्यद अली शाह गिलानी की मौत की अफवाहों के बाद लिया गया है।
दरसअसल 92 साल के गिलानी पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे हैं। राज्य प्रशासन के अनुसार उनकी हालत स्टेबल बनी हुई है। डिविजनल कमिश्नर कश्मीर बसीर अहमद खान के अनुसार उन्होंने सिकिम्स अस्पताल के प्रमुख डॉक्टर एजी अहंगर और कश्मीर के आईजी विजय कुमार को गिलानी के सेहत और हालात पर नजर रखने को कहा है. सिकिम्स अस्पताल के डॉक्टरों की टीम गिलानी के सेहत पर नजर बनाए हुए हैं. गिलानी बीते 10 सालों से अपने घर में नजरबंद हैं।
बता दें कि इससे पहले संसद हमले के गुनहगार अफजल गुरु की बरसी के मौके पर जम्मू-कश्मीर में प्रशासन ने 2जी इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी थी. सात साल पहले नौ फरवरी को संसद हमले के आरोपी अफजल गुरु को फांसी दी गई थी.
कानून व्यवस्था बनाए रखने और किसी अप्रिय स्थिति के बचने के लिए कश्मीर के संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. गिलानी के परिवार ने कहा है कि गिलानी कुछ समय से बीमार हैं लेकिन उनकी हालत स्थिर है.