राजसत्ता डेस्क : कभी कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया और भारतीय जनता पार्टी के बीच आखिर किस नेता ने बात कराई ? पर्दे के पीछे वह कौन था, जिसने बीजेपी तक ज्योतिरादित्य सिंधिया की बात पहुंचाई? आखिरकार वह कौन है.
इन तमाम सवालों से पर्दा अब हट गया है. ज्योतिरादित्य को बीजेपी तक लाने और फिर गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाने वाले कोई और नहीं, बल्कि भाजपा प्रवक्ता जफर इस्लाम हैं. तो आखिर कौन है जफ़र इस्लाम जिस पर पार्टी हाईकमान इतना भरोसा करती है. आइये आपको बताते है कौन है ज़फर इस्लाम और कैसे हुई सिंधिया की मोदी से मुलाकात.
जफर इस्लाम भाजपा के प्रवक्ता और मीडिया के लिए जाना-माना चेहरा हैं. टीवी चैनलों पर डिबेट में जफर इस्लाम हर रोज बीजेपी का बचाव करते नज़र आते हैं. राजनीति में आने से पहले जफर इस्लाम एक विदेशी बैंक के लिए काम करते थे और लाखों रुपये का वेतन पाते थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजनीति से प्रभावित होकर जफर इस्लाम ने बीजेपी से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की. बाद में उन्हें भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता पद का प्रभार भी सौंपा दिया गया।
जफर कांग्रेस के बागी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को पहले से जानते रहे हैं. सिंधिया जब कभी दिल्ली में रहते थे, तो उनसे जफर की मुलाकात अक्सर हो जाया करती थी.
जानकार बताते है कि सिंधिया के मन की बात सबसे पहले ज़फ़र ने ही अमित शाह को बताई थी. ये बात क़रीब दो महीने पहले की है. ज्योतिरादित्य सिंधिया और ज़फ़र के एक कॉमन फ़्रेंड कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा हैं. उनके ज़रिए ही बात शुरू हुई. कांग्रेस छोड़ने की चर्चा सबसे पहले तीनों दोस्तों के बीच शुरू हुई. तीनों दिल्ली के दो होटलों में कई बार मिले. सिंधिया अपने मान सम्मान को लेकर बहुत चिंतित थे. दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की जोड़ी के व्यवहार से दुखी थे. बस यहीं से बात आगे बढ़ गई. और ज्योतिरादित्य को बीजेपी में लाने की बात शुरू हुई.
सिंधिया ने होली वाले दिन कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया। जब देश होली मना रहा था. ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने घर से खुद ही ड्राईव करते हुए निकले. और गुजरात भवन पहुंचे. वहीं अमित शाह भी आ गए. सिंधिया वहां से पीएम नरेन्द्र मोदी से मिलने पहुंचे. गाड़ी में अमित शाह भी साथ थे. इन दोनों के अलावा ज़फ़र इस्लाम भी उसी गाड़ी में थे. जब सिंधिया की मोदी से उनके घर पर मुलाक़ात हुई, तब ज़फ़र भी वहां थे.
पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान भी ज़फ़र को मीडिया मैनेजमेंट के लिए दिल्ली से भोपाल भेजा गया था. इस दौरान एमपी के नेताओं से उनके संबंध और मज़बूत हुए. यही मज़बूती सिंधिया को बीजेपी में लाने में काम आई.
भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले चुके ज्योतिरादित्य सिंधिया राजनीति में आने से पहले एक इंवेस्टमेंट बैंकर के तौर पर काम करते थे, ज़फ़र इस्लाम भी कुछ इसी तरह का काम यस बैंक के लिए करते थे। लेकिन यही बात सालों बाद उनके भाजपा में शामिल होने के लिए उनके लिए कड़ी जोड़ने का काम करेगी, यह किसी ने नहीं सोचा था।