राजसत्ता एक्सप्रेस। वीडियो कॉलिंग जूम ऐप (Zoom App) को लेकर गृह मंत्रालय की चेतावनी सही साबित हुई है। इस ऐप के इस्तेमाल को लेकर मंत्रालय द्वारा एडवाइजी जारी की गई थी, लेकिन इसके बावजूद कई लोग धड़ल्ले से इस ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं। अब जूम ऐप की वजह से कोलकाता के दो लोगों के डाटा चोरी हो गया है। इतना ही नहीं, हैकर्स अब इसे वापस करने के लिए मोटी रकम मांग रहे हैं। सबसे खास बात ये है कि हैकर्स ने इन लोगों से रकम भारतीय करेंसी में नहीं बल्कि वर्चुअल करेंसी बिटकॉइन में देने को कहा है।
बुधवार को मामले की जानकारी देते हुए कोलकाता पुलिस के साइबर क्राइम विभाग के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हैकर्स का शिकार हुए कोलकाला के दोनों व्यक्ति जूम ऐप का इस्तेमाल कर रहे थे। हैकर्स अब इन दोनों को एक मेल भेजा और उनके कंप्यूटर का डाटा एनक्रिप्ट कर देने की जानकारी दी है। एनक्रिप्ट का मतलब होता है कि कंप्यूटर में ही एक फाइल में डाटा को कूट भाषा में सिक्योर कर देना।
डाटा वापस करने के लिए हैकर्स ने मांगी रंगदारी
अब हैकर्स इस डाटा को वापस करने के लिए रंगदारी मांग रहे हैं और भुगतान बिटकॉइन में करने को कहा है। हैकर्स द्वारा भेजे गए ईमेल में बिटकॉइन खरीदने के लिए एक वेबसाइट लिंक भी शेयर किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि हैकर्स ने भुगतान न करने पर, उनका सारा डाटा हमेशा के लिए खत्म करने की धमकी भी दी है। अधिकारियों ने बताया कि हैकर्स फाइलों को डिक्रिप्ट (कूट भाषा खत्म करना) करने के लिए 1000 डॉलर के बिटकॉइन का भुगतान करने को कह रहे हैं।
मामले की जांच शुरू
वहीं, मामले के सामने आने के बाद साइबर क्राइम विभाग के साथ ही स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने भी जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि हम इस बात का पता लगा रहे हैं कि डाटा चोरी के इस अपराध में जूम ऐप का इस्तेमाल कैसे किया गया है। साथ ही, हम हैकर्स द्वारा मेल में भेजे गए लिंक की भी जांच कर रहे हैं।
सुरक्षित नहीं है जूम ऐप: गृह मंत्रालय
बता दें कि लॉकडाउन के दौरान ज्यादातर लोग अपने घरों से ही काम कर रहे हैं, इसलिए इस दौरान मीटिंग्स व अन्य जरूरी कामों के लिए लोग जमकर जूम एप के वीडियो कॉलिंग प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर रहे हैं। कई स्कूल भी जूम ऐप के माध्यम से बच्चों को ऑनलाइन क्लासेज दे रहे हैं। हालांकि, जूम ऐप को सुरक्षित नहीं कहा जा रहा है। ये खुद केंद्रीय गृह मंत्रालय साइबर कोऑर्डिनेशन सेंटर ने 16 अप्रैल को कहा था। मंत्रालय का कहना है कि जूम ऐप सुरक्षित नहीं है और इससे डाटा चोरी होने की संभावना है। ऐसे में उन्होंने ऐप को लेकर एडवाइजरी जारी की थी। कई देश इस ऐप पर पाबंदी भी लगा चुके हैं।