राजसत्ता एक्सप्रेस, इंटरटेनमेन्ट डेस्क। अरिजीत सिंह हिंदी सिनेमा के उन गायकों में से एक हैं, जिन्होंने अपने दम पर फिल्म इंडस्ट्री में पहचान बनाई। 25 अप्रैल को अरिजीत का बर्थडे है और इस मौके पर हम आपको उनकी जिंदगी का एक मजेदार किस्सा बताने जा रहे हैं। अरिजीत सिह के म्यूजिकल करियर की शुरुआत 18 साल की उम्र में हुई थी। उन्होंने अपने गुरू राजेंद्र प्रसाद हजारी के कहने पर सिंगिंग रिएलिटी शो ‘फेम गुरुकुल’ से शुरुआत की थी। लेकिन वो इससे बीच में ही बाहर हो गए थे।
बाद में फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली की नजर अरिजीत सिंह पर पड़ी और उन्हें लगा कि इस लड़के में वाकई कुछ बात है। बस फिर क्या था। संजय लीला भंसाली ने अरजीत से ‘यूं शबनमी’ गाना गवाया जो उनकी फिल्म ‘सांवरिया’ में इस्तेमाल किया जाना था। लेकिन दुर्भाग्य देखिए कि प्रोडक्शन के दौरान फिल्म की कहानी में काफी बदलाव हुए और उस गाने की फिल्म में जरूरत ही नहीं पड़ी। वो गाना फिर कभी रिलीज ही नहीं हुआ।
टिप्स के हेड कुमार तौरानी ने भी अरिजीत सिंह को म्यूजिक एल्बम का मौका दिया, लेकिन वो एल्बम भी कभी रिलीज नहीं हुई। इस तरह किस्मत ने अरिजीत सिंह को दो बार धोखा दिया।
ऐसे शुरू हुआ कामयाबी का सफर
साल 2006 में फ्रीलांस काम के चक्कर में अरिजीत सिंह मुंबई आ गए और यहां लोखंडवाला इलाके में किराये पर एक कमरा लेकर रहने लगे। ‘फेम गुरुकुल’ के बाद अरिजीत सिंह ने ’10 के 10 ले गए दिल’ रियलिटी शो में भी हिस्सा लिया था और वो उसे जीत गए।
इनाम स्वरूप अरिजीत को 10 लाख रुपये मिले थे, जिनकी मदद से उन्होंने अपना रिकॉर्डिंग स्टूडियो बनाया। उस रियलिटी शो को जीतने के बाद अरिजीत सिंह ने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। वो म्यूजिक प्रोड्यूसर बन गए और विज्ञापनों के अलावा न्यूज चैनलों व विभिन्न रेडियो स्टेशनों के लिए म्यूजिक कंपोज करने और गाने लगे।
एक वक्त ऐसा भी आया था जब लगभग हर फिल्म में अरिजीत सिंह के गाने होना जरूरी माना जाता था। आज भी अरिजीत सिंह डिमांड में हैं और इंडस्ट्री के टॉप गायकों में शुमार हैं।