नई दिल्ली, राजसत्ता एक्सप्रेस। कोरोना वायरस के कम होते मामलों को देख लॉकडाउन में छूट देना जर्मनी को भारी पड़ा गया है। जर्मनी ने जैसा सोचा, वैसा हुआ नहीं। लॉकडाउन में छूट देने के कुछ दिन बाद ही देश में कोरोना के केस बढ़ने लगे। इस स्थिति में जर्मनी को तत्काल लॉकडाउन की अवधि बढ़ानी पड़ी। बता दें कि जर्मनी ने कई शहरों में लॉकडाउन में ढील दे दी थी। जर्मनी के राज्यों ने तय किया है कि अगर 7 दिन में प्रति एक लाख व्यक्ति पर नए पॉजिटिव केस की संख्या 50 से अधिक होती है तो दोबारा लॉकडाउन लागू कर दिया जाएगा। जर्मनी के तीन राज्यों में लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद 7 दिन में तय सीमा से अधिक नए केस सामने आ गए।
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पॉजिटिव केस की संख्या बढ़ने के बाद संबंधित शहरों में रेस्तरां, टूरिस्ट स्पॉट और फिटनेस स्टूडियो खोलने का फैसला स्थगित कर दिया गया। जर्मनी में 16 राज्य हैं। यहां राज्यों को अधिकार दिया गया है वे लॉकडाउन के नियमों में छूट दे सकते हैं।
जर्मनी के सभी राज्य इस पर सहमत हो गए थे कि 7 दिन में एक लाख की आबादी पर 50 नए केस सामने आने पर लॉकडाउन दोबारा लागू कर दिया जाएगा। जर्मनी में सबसे अधिक आबादी वाले राज्य नॉर्थ रिने वेस्टफलिया के एक मीट सप्लाई सेंटर में अचानक 150 स्टाफ संक्रमित पाए गए। सरकार ने अब कहा है कि राज्य के सभी मीट प्रोसेसिंग प्लांट में स्टाफ का कोरोना टेस्ट किया जाएगा। जर्मनी में अब तक कोरोना वायरस से एक लाख 70 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं, वहीं 7500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।