अंतरिक्ष में 13 मई का नजारा लोगों के लिए बड़ा ही रोमांचक और दिलचस्प होने वाला है क्योंकि उस दिन अंतरिक्ष में आतिशबाजी और हैरतअंगेज नजारे देखने को मिलेंगे। खास बात तो यह है कि इन नजारों को बिना दूरबीन के भी देखा जा सकता है। ये आतिशबाजी नजारा तब देखने को मिलेगा जब धूमकेतु धरती के पास से गुजरेंगे।
बताया जा रहा है कि ऐसा नजारा मई में दो बार देखने को मिलने वाला है। पहला 13 मई को। उस दिन धरती से करीब 8.33 करोड़ किलोमीटर दूर से कॉमेट स्वान (Comet SWAN) गुजरेगा, जोकि अभी पृथ्वी से तकरीबन 8.50 करोड़ किलोमीटर दूर है। दूसरा नजारा 23 मई को देखने को मिलेगा जब कॉमेट एटलस (Comet ATLAS) धरती के बगल से गुजरेगा।
कॉमेट स्वान के बारे में 11 अप्रैल को एस्ट्रोनॉमर माइकल मैटियाज्जो ने पता लगाया था। वो नासा के सोलर एंड हेलियोस्फेयरिक ऑब्जरवेटरी (SOHO) से आंकड़े देख रहे थे और तभी उन्हें SOHO SWAN में कॉमेट स्वान की फोटो दिखी। इसी वजह से इसका नाम कॉमेट स्वान रख दिया गया।
I am VISIBLE to the naked eye! I am 85,148,228 km away from Earth and my current magnitude is 5.5. You can spot me near the Pisces constellation.
Please retweet and spread the word!#comet #cometc2020f8 #cometSWAN #C2020F8 #FollowTheComet— Comet SWAN (@c2020f8) May 12, 2020
बताया जा रहा है कि धूमकेतु स्वान सिर्फ उन लोगों को दिखाई देगा जो Equator Line के दक्षिण में रहते होंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, धूमकेतु स्वान को तड़के ही देखा जा सकता है, चूंकि भारत भूमध्य रेखा के उत्तर में है, इसलिए हो सकता है कि यहां के लोगों को खुली आंखों से ये धूमकेतु न दिखे।
वहीं 23 मई को धरती के बगल से गुजरने वाला धूमकेतु एटलस यानी कॉमेट एटलस की दूरी का अभी तक अंदाजा नहीं लग पाया है। इसकी खोज 28 दिसंबर 2019 को की गई थी। उस वक्त यह थोड़ा धूमिल था, लेकिन अब इसकी चमक बढ़ती जा रही है।
#PrayForTheComet https://t.co/LznaSWKPuU
— Comet ATLAS (@c2019y4) April 20, 2020