नई दिल्ली, राजसत्ता एक्सप्रेस। दुनियाभर में अपना कहर बरपाने वाले कोरोना वायरस ने शरणार्थियों के सबसे बड़े कैंप में दस्तक दे दी है। बांग्लादेश में दुनिया का सबसे बड़े शरणार्थी कैंप में कोरोना का मामला सामने आया है। 10 लाख की आबादी वाले इस रोहिंग्या शरणार्थी कैंप में कोरोना वायरस के दो मामले सामने आए हैं। फिलहाल संक्रमित लोगों को आइसोलेट कर उनका इलाज किया जा रहा है। संक्रमित लोगों में एक शरणार्थी है। बतादें ये शरणार्थी कैंप कॉक्स बाजार में स्थित है और 14 मार्च से यहां लॉकडाउन किया गया है।
सबसे बड़े शरणार्थी कैंप में कोरोना बड़ी चिंता
10 लाख की आबादी वाले इस शरणार्थी कैंप में कोरोना एक बार फैल गया तो उसे रोकना मुश्किल होगा। क्योंकि कॉक्स बाजार बेहद तंग और भीड़भाड़ वाला इलाका है। यहां रहने वाले लोगों को मूलभूत सुविधाएं तक हासिल नहीं है। पहले से ही ये इलाका साफ-सफाई और पीने के पानी की कमी से जूझ रहा है।
हजारों लोगों की मौत की आशंका
कोरोना संक्रमण मिलने के बाद यहां विशेषज्ञों ने महामारी के कारण कैंप में हजारों लोगों की मौत की आशंकी जताई है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस कैंप में 40 हजार से 70 हजार लोग प्रति वर्ग किलोमीटर में रहते हैं। यानी ये बांग्लादेश के भी औसत घनत्व से करीब 40 गुना अधिक है।
कौन हैं रोहिंग्या?
म्यांमार में सेना द्वारा अभियान छेड़े जाने के बाद लाखों अल्पसंख्यक रोहिंग्या मुसलमान अपना देश छोड़कर दूसरी जगहों पर चले गए। इनमें से लाखों रोहिंग्या मुसलमान बांग्लादेश आ गए। रोहिंग्याओं के बारे में कहा जाता है कि ये म्यांमार में अवैध बांग्लादेशी प्रवासी हैं। कई पीढ़ियों से म्यांमार में रहने वाले इन रोहिंग्याओं को वहां की सरकार ने नागरिकता देने से भी इन्कार कर दिया था।