राजसत्ता एक्सप्रेस। लॉकडाउन में देश की अर्थव्यस्था पर गहरा असर पड़ा है। इससे रोजगार भी प्रभावित हुआ है और लाखों लोगों की नौकरी पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। अब ऐप बेस्ड कैब सर्विस कंपनी उबर के बाद ओला ने भी अपने करीब 1400 कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही है। ये कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या का करीब 25 फीसदी हिस्सा है। बताया जा रहा है कि कंपनी के सीईओ भाविश अग्रवाल ने कर्मचारियों को भेजे गए अपने ईमेल में छंटनी की बात कही है। बता दें कि 25 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन के घोषणा के बाद से ही ओला और उबर ने सेवाओं को स्थगित कर रखा है। अब लॉकडाउन-4 में आंशिक छूट मिलने के बाद देश के करीब 160 शहरों में ओला ने दोबारा सर्विस शुरू कर दी है।
राजस्व में गिरावट
जानकारी के मुताबिक, कर्मचारी को भेजे अपने मेल में सीईओ भाविश अग्रवाल ने लिखा है कि मौजूदा संकट का असर लंबे समय पर रहेगा। कोरोना वायरस का असर खासतौर पर हमारे उद्योग के लिए बहुत खराब रहा है। लॉकडाउन के दौरान पिछले दो महीनों में कंपनी के राजस्व 95 फीसदी गिरा है। इस संकट ने हमारे लाखों ड्राइवर्स और उनके परिवारों की आजीविका को भी प्रभावित किया है। इसी के चलते कंपनी ने अपने 1400 कर्मचारियों की छंटनी का फैसला लिया है।
इसे भी पढ़ें: Lockdown 4 में घरेलू उड़ानों को हरी झंडी, 25 मई से शुरू होगा हवाई सफर
उबर ने भी की छंटनी
गौरतलब है कि ओला से पहले उबर ने भी अपने करीब चार हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का ऐलान किया था। अबतक कंपनी अपना 25 फीसदी स्टाफ कम कर चुकी है। इसके अलावा वैश्विक स्तर पर 45 कार्यालयों को भी कंपनी ने बंद कर दिया है। इनमें सैन फ्रांसिस्को का पियर 70 ऑफिस भी बंद किया गया है।
वहीं, कंपनी ने सोमवार को 3000 कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया। इससे पहले मई की शुरुआत से उबर अपने 3700 कर्मचारियों की छंटनी कर चुका है।
इसे भी पढ़ें: भारत में कोरोना के खौफ के बीच कावासाकी बीमारी की दस्तक, 8 साल के लड़के में मिले लक्षण