नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बताया कि विदेशों में रहने वाले भारतीय आज भी अपने पैतृक गांव से भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं. प्रधानमंत्री ने अमेरिका में रहने वाले दो आईटी पेशेवरों का जिक्र किया, जिन्होंने ‘स्मार्टगांव’ मोबाइल एप बनाया है.
इस एप के जरिए वे गांव को दुनिया के साथ जोड़ते हैं. मोदी ने अपने ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम में योगेश साहू और रजनीश बाजपेयी का जिक्र किया, जो ‘स्मार्टगांव’ के डेवलपर हैं. यह मोबाइल एप सूचना केंद्र के साथ-साथ किसानों के लिए बाजार का भी काम करता है.
ये भी पढ़ें- PM मोदी ने कहा, मैं चौकीदार नहीं भागीदार हूं
प्रधानमंत्री ने कहा, “ऐसा हुआ कि एक बार मैं अमेरिका में प्रौद्योगिकी केंद्र, सैन जोस शहर में भारतीय युवाओं के साथ बातचीत कर रहा था. मैंने उन युवाओं को इस बात पर विचार करने को कहा कि वे अपनी प्रतिभा का उपयोग भारत के लाभ के लिए कैसे कर सकते हैं.”
उन्होंने कहा, “स्मार्टगांव एप न सिर्फ ग्रामीणों को पूरी दुनिया से जोड़ता है, बल्कि वे अब अपने मोबाइल फोन पर कोई भी सूचना प्राप्त कर सकते हैं. जनसमूह के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए रायबरेली के तौधकपुर गांव के निवासी गांव के प्रमुख, जिलाधिकारी, सीडीओ और हर कोई इससे जुड़े हैं.”
ये भी पढ़ें- यमुना के उफान से हरियाणा के कई गांवों में बाढ़
तौधकपुर भारत का पहला स्मार्ट गांव बन गया है. यहां सीसीटीवी कैमरा, जन-संबोधन तंत्र, स्ट्रीट लाइट, नियमित स्वास्थ्य सेवा जांच कार्यक्रम, निर्बाध बिजली आपूर्ति और वाईफाई की सुविधा उपलब्ध हैं.
एप पर गांव में होने वाले सभी कार्यक्रमों को अपडेट करने के साथ-साथ उनको रिकार्ड करके उनकी निगरानी भी की जाती है. एप में एक और फीचर है, जिसमें गांववासियों की निर्देशिका, समाचार, घटनाक्रमों का कैलेंडर, स्वास्थ्य और सूचना केंद्र को भी शामिल किया गया है. इसके अलावा, एप का ग्राम मार्ट फीचर कृषि उत्पादों का लोकप्रिय बाजार है.
मोदी ने कहा, “एप से सचमुच गांव में डिजिटल क्रांति आ गई है.” अमेरिका में रहने वाले साहू और बाजपेयी इस समय छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र के छह और गांवों में इस परियोजना को आगे बढ़ाने के कार्य में जुटे हैं.