मुंबई: चक्रवात ताउते के कारण कई राज्यों में तबाही देखने को मिली है. महाराष्ट्र में भी ताउते ने अपना असर दिखाया है. राज्य में इसके कारण काफी नुकसान भी हुआ है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से चक्रवात ताउते को लेकर बात की है.
पीएम मोदी और सीएम ठाकरे के बीच चक्रवात ताउते से संबंधित स्थिति को लेकर बातचीत हुई है. वहीं अरब सागर में उठे गंभीर चक्रवाती तूफान ताउते के कारण मुंबई के तट से एक बजरा बिना लंगर के समुद्र में बह गया है, जिस पर 273 लोग सवार हैं. अधिकारियों ने बताया कि ताउते के सोमवार की शाम गुजरात तट पर पहुंचने और उसके भीषण होने का अनुमान है.
नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘बॉम्बे हाई के हीरा तेल क्षेत्र से बजरा संख्या पी305 के बहने और इस संबंध में सहायता का अनुरोध मिलने पर एनआईएस कोच्चि को तुरंत खोज और बचाव कार्य के लिए रवाना किया गया है. बजरा पर 273 लोग सवार हैं.’ यह तेल क्षेत्र मुंबई से करीब 70 किलोमीटर दूर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है.
बजरा आकार में नौका की तरह होता है लेकिन इसमें नीचे कक्ष और ऊपर छत होती है. प्रवक्ता ने बताया, ‘भारत के पश्चिमी तट पर तबाही मचाने वाले चक्रवाती तूफान ताउते के मद्देनजर मानवीय सहायता और आपदा राहत कार्य के लिए अन्य कई जहाजों को भी तैयार रखा गया है.’ युद्ध पोत आईएनएस कोच्चि के शाम करीब चार बजे बजरा के पास पहुंचने का अनुमान है.
महाराष्ट्र के तटवर्ती क्षेत्र से गुजर रहा तूफान सोमवार की सुबह मुंबई पहुंचा और इस कारण शहर के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उड़ान सेवा पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न दो बजे तक बंद रही. ताउते के कारण पड़ोसी रायगड जिले में रेड अलर्ट, जबकि मुंबई में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. मुंबई में मोनो रेल सेवा दिन भर के लिए बंद की गई है. मध्य रेलवे की लोकल ट्रेन सेवा घाटकोपर से विखरोली के बीच प्रभावित रही.
चक्रवाती तूफान ताउते के उत्तर में गुजरात की ओर बढ़ने के दौरान महाराष्ट्र और गोवा में तेज आंधी, मूसलाधार बारिश और समुद्र में ऊंची लहरें दिखीं. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि चक्रवात सोमवार की शाम गुजरात तट पर पहुंचेगा और वह भीषण होगा. मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी केंद्र ने कहा, ‘पूर्व-मध्य अरब सागर में उठा गंभीर चक्रवाती तूफान ताउते पिछले छह घंटों में उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर 20 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है और उसने भीषण रूप धारण कर लिया है.’