लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद आईसीयू में उनकी देखभाल करने वाली नर्स ने इस जानलेवा महामारी से निपटने के सरकार के तरीके की आलोचना करते हुए इस्तीफा दे दिया है. साथ ही उसने कहा कि नर्सों को वह सम्मान और तनख्वाह नहीं मिल रही है जिसकी वे हकदार हैं.
मूल रूप से न्यूजीलैंड की रहने वाली जेनी मैक्गी ने कहा कि इस महामारी से ब्रिटेन में 120,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई और यह उनके करियर का सबसे मुश्किल साल साबित हुआ है. उन्होंने द ईयर ब्रिटेन स्टॉप्ड शीर्षक वाली चैनल 4 की डॉक्यूमेंट्री में कहा, मने अपनी जान झोंक दी और कड़ी मेहनत से काम किया तथा इस बारे में काफी बातें हुई कि कैसे हम सभी हीरो हैं. लेकिन साथ ही मुझे नहीं लगता कि मैं यह कर सकती हूं. मुझे नहीं पता कि मैं एनएचएस (राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा) को कितना कुछ दे सकती हूं.
बीबीसी द्वारा बुधवार को आयोजित एक कार्यक्रम में मैक्गी के हवाले से कहा गया, हमें सम्मान और अब तनख्वाह नहीं मिल रही है जिसके हम हकदार हैं. मैं इससे परेशान हो गई है इसलिए मैंने अपना इस्तीफा दे दिया है.
सरकार ने इस साल एनएचएस कर्मियों के लिए एक प्रतिशत की वेतन बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव दिया है. मैक्गी ने कहा कि कई नर्सोंका मानना है कि सरकार ने बहुत प्रभावी कदम नहीं उठाए और अनिश्चितता की स्थिति रही. यह कार्यक्रम 24 मई को प्रसारित होगा. ब्रिटेन में कोरोना वायरस से अभी तक 4,468,366 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 127,956 लोगों को जान गंवानी पड़ी. जॉनसन पिछले साल मार्च में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे. यहां सेंट थॉमस अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उन्होंने मैक्गी और एक नर्स लुइस पिटर्मा की उनकी देखभाल करने के लिए तारीफ की थी.