नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ जंग में कॉर्पोरेट जगत भी बड़ी भागीदारी निभा रहा है. इस महामारी के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर साथ दे रहा कॉर्पोरेट जगत लोगों को हर प्रकार की सहायता पहुंचाने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है. एमजी मोटर्स भी इस संकट की घङ़ी में लोगों की आगे बढ़कर मदद कर रहा है.
एबीपी न्यूज के कॉरपोरेट कॉनक्लेव में एमजी मोटर्स के प्रेसिडेंट और एमडी राजीव छावा ने बताया कि, पिछले साल महामारी के दौरान वेंटिलेटर की समस्या थी तो कंपनी ने खुद वेंटिलेटर डिजाईन किया और कई वेंटिलेटर कंपनियो से कोलैबोरेट भी किया. उन्होंने कहा कि हमने अपनी कंपनी के कर्मचारियों और डीलर को भी ये भरोसा दिया कि किसी की नौकरी नहीं जाएगी. हमने अपने कर्मचारियों से कहा कि हो सकता है कि हम आपकी सैलरी ना बढ़ा पाएं लेकिन हम आपको नौकरी से निकालेंगे नहीं. हम अपनी कंपनी में कम्यूनिटी की फीलिंग लाए.
इसके साथ ही अपने कर्मचारियों के इंश्योरेंस में इजाफा किया है.कोरोना महामारी की पहली लहर में हमने स्टाफ की सैलरी में भी कटौती नहीं कि और धीरे-धीरे कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाई भी है. वहीं सेकेंड वेव में भी हम किसी को नौकरी से नहीं निकाल रहे हैं और न ही सैलरी में कटौती कर रहे हैं लेकिन कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने को लेकर अभी कोई विचार नहीं किया गया है.
सेकेंड वेव के दौरान हमने हमने कोरोना पीड़ितों के लिए 200 बेड उपलब्ध करवाए. गुजरात की एक कंपनी में ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ाने में मदद की., एंबुलेंस उपबल्ध करवायीं. डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, पुलिस की मदद के लिए 100 गाड़ियां दीं. नितिन गडकरी जी का हमारे पास फोन भी आया कि एंबुलेंस के लिए और गाड़ियां उपलब्ध करवाएं. कोरोना में लोगों की मदद के लिए 30 लोगों का एक ग्रुप बनाया.