लखनऊ: कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण की दूसरी लहर के कहर के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने भी अपनी बोर्ड की परीक्षा रद्द कर दी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की अगुवाई में हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया गया. इससे पहले सीबीएसई और आईसीएसई की 12वीं की परीक्षा कैंसिल कर दी गई थी. यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा के लिए 26,09,501 स्टूडेंट्स पंजीकृत हैं. केंद्र के इस फैसले के बाद गुजरात, मध्य प्रदेश समेत कई बोर्ड ने अपनी परीक्षाएं रद्द कर दी थी और अब यूपी बोर्ड ने भी परीक्षा रद्द करने का फैसला ले लिया है.
इस मामले में उत्तर प्रदेश के डेप्युटी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस करके जानकारी दी. डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि यूपी बोर्ड परीक्षाएं कराने के लिए हमने तैयारियां कर ली थीं. हाई स्कूल बोर्ड की परीक्षाएं पहले ही रद्द कर दी गई थीं. ऑनलाइन टीचिंग को देखते हुए पेपर सेटिंग में 30 फीसदी कम कोर्स लेकर बोर्ड के पेपर तैयार किए गए थे.12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द होने के बाद अब हाई स्कूल के फॉर्म्युले पर ही इंटरमीडिए़ड बोर्ड के परीक्षार्थियों को नंबर दिए जाएंगे. मतलब परीक्षार्थियों को जिस तरह से 11वीं में नंबर मिले हैं. उसी आधार पर इंटर का भी रिजल्ट तैयार किया जाएगा.
डिप्टी सीएम ने बताया कि प्रधानमंत्री ने सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं रद्द करने की पहले ही घोषणा कर दी थी. अब यूपी में बैठक के बाद इंटरमीडिएट परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं क्योंकि कोरोना संक्रमण पूरी को पूरी तरह से जाने में समय लग सकता है. यूपी बोर्ड विश्व का सबसे पड़ा बोर्ड है. 100 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब बोर्ड परीक्षाएं रद्द की गई हैं.