लखनऊ: पूर्व आईएएस भाजपा एमएलसी अरविंद कुमार शर्मा बीते कई दिनों से यूपी राजनीति में चर्चा का केंद्र रहे. पार्टी ने आज उन्हें भाजपा का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शनिवार को पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों की घोषणा करते हुए एक प्रदेश उपाध्यक्ष व दो प्रदेश मंत्री घोषित किए हैं.
प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के खास एमएलसी अरविंद कुमार शर्मा को प्रदेश का उपाध्यक्ष बनाया गया है. शर्मा को संगठन और सरकार में जगह देने के लिए पिछले कुछ समय से अटकलों का बाजार गर्म था। मऊ निवासी अरविंद कुमार शर्मा गुजरात कैडर के आईएएस अफसर रहे हैं। उन्होंने अपनी सेवा के दो वर्ष बाकी रहने से पहले ही स्वैछिक सेवानिवृति ली और सक्रिय राजनीति में उतरने के साथ भाजपा में शामिल हो गए. अरविंद कुमार शर्मा को भाजपा ने उत्तर प्रदेश में विधान परिषद सदस्य बनाया है. इसके बाद से ही उनको उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री बनाने की चर्चा जोरों पर थी. एके शर्मा को अब भाजपा के उत्तर प्रदेश संगठन में शामिल किया गया है. उनको पार्टी का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है.
अरविंद कुमार शर्मा के अलावा दो प्रदेश मंत्री को भी नियुक्त किया गया है. लखनऊ की अर्चना मिश्रा और बुलंदशहर के अमित वाल्मीकि को भाजपा उत्तर प्रदेश का मंत्री नियुक्त किया गया है. इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने आज पार्टी के विभिन्न मोचरें के प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा की प्रांशुदत्त द्विवेदी (फरूर्खाबाद) को युवा मोर्चा, गीता शाक्य राज्यसभा सांसद (औरैया) को महिला मोर्चा, कामेश्वर सिंह (गोरखपुर) को किसान मोर्चा, नरेन्द्र कश्यप पूर्व सांसद (गाजियाबाद) को पिछड़ा वर्ग मोर्चा, कौशल किशोर सांसद को अनुसूचित जाति मोर्चा, संजय गोण्ड (गोरखपुर) को अनुसूचित जनजाति मोर्चा व कुंवर बासित अली (मेरठ) को अल्पसंख्यक मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया है.
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के बाद पहली बार यूपी की राजधानी भाजपा कार्यालय पहुंचे जितिन प्रसाद ने क्षेत्रीय पार्टियों पर निशाना साधा और कहा क्षेत्रीय दल कभी प्रदेश का भला नहीं कर सकते हैं. जितिन प्रसाद ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यूपी में जो कभी क्षत्रप थे, जिन्होंने क्षेत्रीय पार्टियां बनाई. आज उनके अस्तित्व पर सवाल है. छोटी पार्टियों को बड़े नेताओं ने बनाई और अब यह व्यक्ति विशेष के इर्द-गिर्द घूमती है। देश और प्रदेश के प्राथमिकता दूसरे नंबर पर चली जाती है. सिर्फ भाजपा एक ऐसी पार्टी है जो देश के बारे में सोचती है.