लखनऊ: यूपी में धर्मांतरण मामले में लगातार नए खुसाले सामने आ रहे हैं. अब इस मामले में गिरफ्तार कि गए आदित्य उर्फ अब्दुल्ला ने बड़ा खुलासा किया है. उसने खुलासा किया है कि धर्मांतरण में इंडोनेशिया की प्रतिबंधित संस्था इस्लामिक डिफेंडर्स फ्रंट (IDF) भी शामिल है. आईडीएफ ने केरल में लोगों को काम पर रखा था. हालांकि आदित्य को आईडीएफ के पूरे नाम की जानकारी नहीं है लेकिन यूपी एटीएस को इंडोनेशिया की प्रतिबंधित संस्था इस्लामिक डिफेंडर्स फ्रंट पर शक है. यूपी एटीएस के साथ ही केंद्रीय एजेंसी भी पूरे मामले की जांच कर रही हैं.
इस मामले में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी का बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले में हवाला का भी इंडिकेशन मिला है जिसकी जांच की जा रही है. एक विदेशी अकाउंट से भी पैसे का ट्रांजेक्शन हुआ है जिसकी जांच चल रही है. धर्मान्तरण का बड़ा रिकॉर्ड मिला है. यूपी के बाहर भी छापेमारी की जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है. यूपी की एजेंसियों के अलावा हम सेंट्रल एजेंसियों की भी मदद ले रहे हैं. धर्मान्तरण के सबूत मिले हैं. विदेशों से जो पैसा आया है उसकी जांच की जा रही है. धर्मान्तरण में जिन संस्थाओं का इस्तेमाल किया गया वहां के लोगों की भी जांच हो रही है.
सूत्रों के मुताबिक जांच में सामने आया है कि IDC को अमेरिका कतर कुवैत के NGO से विदेशी फंडिंग होती थी इस पैसे को दिल्ली के फातिमा चैरिटेबल फाउंडेशन, लखनऊ की अल हसन एजुकेशन एंड वेलफेयर फाउंडेशन, फरीदाबाद के मेवात ट्रस्ट फॉर एजुकेशनल वेलफेयर, मुम्बई के मरकजुल मारीफ, दिल्ली के ह्यूमन सॉलिडेरिटी फाउंडेशन समेत कई भारत की FCRA registerd NGO के ज़रिए IDC में भेजा जाता था. उमर गौतम ने सांसद बदरुद्दीन अजमल के द्वारा फंडिंग होने का भी खुलासा किया है.
गौरतलब है कि 20 जून को यूपी एटीएस ने कमजोर और सीमांत वर्गों को हिंदुओं का धर्मांतरण कराने वाले एक रैकेट का खुलासा किया था. यूपी पुलिस ने इस्लामिक दावा सेंटर के अध्यक्ष उमर गौतम और काजी मुफ्ती जहांगीर आलम (धर्मांतरण से संबंधित कानूनी दस्तावेज बनाने में शामिल) नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया था.