श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर को लेकर 24 जून को पीएम नरेंद्र मोदी की बैठक के बाद आज नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पहले जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा मिले फिर चुनाव हो. उन्होंने कहा कि हमें पहले डिलिमिटेशन (परिसीमन) उसके बाद चुनाव और फिर राज्य का दर्जा मंजूर नहीं है. हम पहले परिसीमन फिर राज्य का दर्जा और तब जाकर चुनाव चाहते हैं.
उमर अब्दुल्ला ने कहा, “गुलाम नबी आजाद ने हम सबकी तरफ से वहां बात की और कहा कि हम ये टाइमलाइन नहीं मानते हैं. डिलिमिटेशेन, चुनाव और राज्य का दर्जा नहीं. पहले डिलिमिटेशन फिर राज्य का दर्जा फिर चुनाव. चुनाव कराना ही है तो पहले राज्य का दर्जा लौटा दीजिए. उसके बाद हम चुनाव पर बात करेंगे.”
Azad sa’ab (Ghulam Nabi Azad) had spoken on behalf of all of us that we don’t accept this timeline -we don’t accept delimitation, election, statehood, we want delimitation, statehood & then election. If you want to hold polls, you’ll have to restore statehood first: Omar Abdullah
— ANI (@ANI) June 26, 2021
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने आगे कहा, “वहां किसी ने प्रधानमंत्री से नहीं कहा कि हम 5 अगस्त कबूल करते हैं. हमने कहा कि हम इससे नाराज हैं. पीएम से महबूबा मुफ्ती और फारुख अब्दुल्ला ने साफ कहा कि बीजेपी को 370 हटाने का एजेंडा कामयाब कराने में 70 साल लगे. हमें 70 महीने लगेंगे तो भी हम अपने मिशन से पीछे नहीं हटेंगे.”
इसके साथ ही उन्होंने कहा, “हमें वहां अलायंस के तौर पर नहीं बुलाया गया था. अगर बुलाया गया होता तो अलायंस की तरफ से एक को ही बुलाया गया होता. वहां पार्टीयों को दावत दी गई. गुपकार अलायंस के सदस्यों ने बैठक में हिस्सा लिया. बैठक में हमने कोई ऐसी बात नहीं की जो अलायंस के एजेंडा के बाहर हो.”
वहीं पीएम मोदी के साथ हुई बैठक पर नेशलन कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “पीएम से मुलाकात बहुत अच्छी रही. सभी पार्टियों ने अपनी बात उनके सामने रखा. उनकी तरफ से ये पहला कदम था कि किसी भी तरीके से जम्मू-कश्मीर के हालात बेहतर बनाए जाएं और एक सियासी दौर शुरू किया जाए. जब तक मैं अपनी जमात से बात नहीं कर लेता कुछ कह नहीं सकता.”