लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जिलों के नाम बदलने का सिलसिला काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है. इस कड़ी में एक और जिले सुल्तानपुर का नाम भी शामिल हो गया है. वैसे तो सुल्तानपुर का नाम बदलने की तैयारी तो लगभग दो से अधिक सालों से चल रही है, लेकिन अब इसे शासन से मंजूरी मिलने की कवायद तेज हो गई है. नगरपालिका बोर्ड ने तो सुल्तानपुर का नाम कुशभवनपुर रखने का प्रस्ताव तो 2018 में ही पास कर दिया था, लेकिन किन्हीं कारणों से ये मुद्दा अब तक रुका हुआ था. लेकिन अब विधानसभा चुनावों से पहले जिले का नाम बदलकर कुशभवनपुर रखने के कयास लगाए जा रहे हैं.
मालूम हो कि सुलतानपुर का नाम बदलकर कुशभवनपुर करने का प्रस्ताव वर्ष 2018 में नगरपालिका बोर्ड की बैठक में पास हुआ था. इस दौरान सुलतानपुर पहुंचे तत्कालीन राज्यपाल राम नाइक को शौर्य फाउंडेशन द्वारा मार्च 2019 में एक किताब के साथ एक पत्र सौंपा गया था. जिसमें सुलतानपुर का नाम कुशभवनपुर करने का निवेदन किया गया था. साथ ही 28 मार्च 2019 को उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल राम नाइक ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस बारे में चिट्ठी भी लिखी थी. तभी से ही कवायदों के दौर ने तेजी पकड़ी थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सांसद मेनका गांधी ने भी इस मांग का समर्थन किया था. मेनका गांधी ने 3 अगस्त, 2020 को श्रावण पूर्णिमा के दिन कुश भवनपुर उत्थान सेवा समिति द्वारा उठाए जा रहे सुल्तानपुर जिले के पुनः कुशभवनपुर नामकरण की मांग का समर्थन किया था. उन्होंने कहा था कि इतिहास के मुताबिक सुल्तानपुर का नाम पुनः कुश भवनपुर करने के लिए हमारा साथ व समर्थन सदैव रहेगा.