नई दिल्ली। राजस्थान कांग्रेस के एक विधायक ने PM नरेंद्र मोदी को लिखे गये एक चिट्ठी के द्वारा मांग की है कि 2000 और 500 के नोट से राष्ट्रपिता की तस्वीर हटा दी जाए। इसके पीछे विधायक ने कारण भी बताया है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ऐसी मांग क्यों कर रहे हैं। राजस्थान के सांगोद से विधायक और कांग्रेस नेता भरत सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने मांग की है कि 500 और 2000 रुपये के नोट से बापू की तस्वीर को हटाया जाना चाहिए। विधायक ने इसके पीछे कारण बताते हुए कहा है कि इन्हीं नोटों का इस्तेमाल घूस लेने – देने के लिए किया जाता है। क्लब बार और शराब पार्टी में भी इन नोटों का इस्तेमाल किया जाता है इससे राष्ट्रपिता अपमान होता है।
ज्ञात करा दें कि कांग्रेस विधायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गये चिट्ठी में कहा है कि पिछले 75 वर्ष में देश में व्यापक विकास हुआ है। गांधी जी सत्य के प्रतीक हैं। 500-2000 के नोट का उपयोग भ्रष्टाचार के लिए किया जा रहा है। NCB अपना काम कर रही है परन्तु गांधी जी के तस्वीर वाली नोटों का उपयोग भ्रष्टाचार में होता है तो ये गांधी जी का अपमान है। उन्होंने लिखा कि जनवरी 2019 से लेकर अभी 31 दिसंबर 2020 तक 616 ट्रेप के मामले दर्ज किये गये। औसतन दो केस प्रतिदिन राजस्थान में सामने आते हैं। ट्रेप केस में रिश्वत नगद में ली जाती है। इस तरह की रिश्वत में बड़े नोट (500और 2000) के नोट ज्यादा काम आते हैं। जिस पर बापू का फोटो है ऐसे में राष्ट्रपिता के सम्मान के स्थान पर उनका अपमान होता है।
कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने कहा कि छोटे नोट (10,20,50,100,200) पर गांधी जी की तस्वीर ठीक है क्योंकि छोटे नोट अधिकतर गरीबों के काम आते हैं। गांधी जी ने गरीब लोगों के बीच में ही काम किया था। इतना ही नहीं, भरत सिंह ने कहा कि बापू के फोटो वाले 500,2000 वाले नोटों का दुरुपयोग शराब पार्टी, बार या फिर अन्य पार्टियों में नाचने वाले लोगों पर बौछार के लिए किया जाता है। इससे राष्ट्रपिता का अपमान होता है। कांग्रेस विधायक ने सुझाव देते हुए कहा कि 500,2000 वाले नोटों पर गांधी जी के फोटो स्थान पर सिर्फ उनके चश्मे से भी काम चला सकते हैं। विधायक ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे गये पत्र में आग्रह करते हुए कहा है कि महात्मा गांधी की 152वीं वर्षगांठ और देश की 75वीं स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस शुभ कार्य को किया जाना चाहिए।