नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान’ गांधीनगर ने आभासीय तरीके से B tech छात्रों का नया बैच प्रारम्भ किया है। 2021-2025 के बैच में 18 भारतीय प्रदेशों के कुल 249 छात्र शामिल हुए हैं, जिनमें सबसे ज्यादा छात्र महाराष्ट्र (62), राजस्थान (49) और गुजरात (38) से आए हैं। इसके पश्चात आंध्र प्रदेश (17), तेलंगाना (16), उत्तर प्रदेश (14), मध्य प्रदेश (12), बिहार (10) शामिल हैं। IIT गांधीनगर के अनुसार में B tech छात्रों में लिंग अनुपात में निरंतर सुधार देखने को मिल है, 2020 के बैच में करीब 19 प्रतिशत महिला छात्रों की तुलना में तकरीबन 21 फीसदी महिला छात्र विभिन्न विषयों में संस्थान में शामिल हो रही हैं। नए बैच में दो छात्र USA और Canada से भी हैं। इसके साथ ही संस्थान ने अपने प्रमुख फाउंडेशन प्रोग्राम को आभासीय मोड में भी शुरू किया है।
IIT गांधीनगर के निदेशक प्रोफेसर सुधीर के जैन ने नए बैच के साथ ऑनलाइन संवाद की और उन्हें अद्वितीय गुणों और संस्थागत संस्कृति से परिचित कराया। उन्होंने छात्रों को अपने लिए जिम्मेदार फैसला लेने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा, आईआईटी जीवन की मौलिक गुणवत्ता यह है कि हम अपने छात्रों को जीवन के लिए तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, न कि केवल उनकी पहली नौकरी के लिए ताकि वे आत्मविश्वास के साथ किसी भी चुनौती का सामना कर सकें।
हम अपने छात्रों को उनके व्यक्तित्व और मूल्यों के निर्माण और जीवन के प्रति उनके दृष्टिकोण को बेहतर बनाने के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करने के लिए असाधारण कोशिश करते हैं। जिस तरह पतंग को ऊंची उड़ान भरने के लिए धागा छोड़ना पड़ता है, उसी तरह IIT वाले छात्रों को स्वतंत्रता और सफल होने के पंख देता है। फाउंडेशन प्रोग्राम 2021 को आकर्षक विषयों और गतिविधियों के दिलचस्प मिश्रण के साथ पांच सप्ताह के समग्र विकास कार्यक्रम के रूप में डिजाइन किया गया है।
विभिन्न संस्थागत गतिविधियों, सुविधाओं और परिसर के जीवन पर उन्मुखीकरण के अलावा, इस वर्ष के फाउंडेशन कार्यक्रम में ऑनलाइन गेमिंग अभ्यास, समय-प्रबंधन, तनाव-प्रबंधन, कल्याण, साइबर अपराध, खाना पकाने और इंजीनियरिंग, डिजाइन के माध्यम से टीम-निर्माण पर विभिन्न सत्र शामिल हैं।
छात्रों के समग्र विकास को प्राप्त करते हुए आवश्यक कोर पाठ्यक्रम को कवर करते हुए आने वाले बीटेक बैच के लिए पहले वर्ष को विभाजित किया गया है। टर्म एक को ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा, टर्म 2 और 3 को ऑफलाइन मोड में आयोजित करने की योजना है।