लंदनः भारत के हाथ बड़ी सफलता लगी है, भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद के दायें हाथ कहे जाने वाले जबीर मोती को लंदन से गिरफ्तार कर लिया है शुक्रवार को इसे लंदन से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. यह दाऊद के विदेशों में फैले कारोबार को संभालता था. मोती की गिरफ्तारी के बाद उम्मीद लगाई जा रही है कि दाऊद के जुड़ी अहम जानकारियों का खुलासा हो सकता है.
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भारत ने मोती को गिरफ्तार करने के लिए के लिए अपील की थी. जानकारी के मुताबिक ड्रग तस्करी, फिरौती और अन्य अपराधों में शामिल मोती दाऊद का बेहद खास है और वह पैसों से जुड़े सभी मामले देखता था.
#FLASH: Key Dawood Ibrahim aide Jabir Moti detained by UK security agencies in London. Moti is a Pakistani National and is believed to be in charge of D-Company finances. pic.twitter.com/B0dXZUZ6Jw
— ANI (@ANI) August 19, 2018
जबीर मोती के पास से जो पासपोर्ट बरामद हुआ है उससे यह साफ होता है कि वह पाकिस्तान का नागरिक है. जबीर मिडिल ईस्ट, ब्रिटेन, यूरोप, अफ्रीका समेत कई अन्य देशों में भी दाऊद के काम को संभालता था. मीडिया खबरों के मुताबित अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान के कराची में रहता है.
कौन है जबीर मोती
जबीर मोती पाकिस्तान का रहने वाला है. इसको दाऊद का दायां हाथ कहा जाता है. जोकि पाकिस्तान, मिडल ईस्ट, यूके, यूरोप, अफ्रीका और दक्षिण पूर्व एशिया के देशों में दाऊद के काम को संभालता है. मीडिया खबरों के मुताबित इन सभी देशों में व्यवसायों से होने वाले इनकम से और अन्य गैरनकानूनी गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है जिसमें अवैध हथियार बेचना, नशीले पदार्थों का व्यापार, रियल एस्टेट व्यापार, उगाही से होने वाली कमाई का इस्तेमाल भारत विरोधी अभियानों को अंजाम देना शामिल है.
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कौन है दाऊद
दाऊद इब्राहिम सन् 1993 में हुए मुंबई बम धमाकों का सरगना है. इन दिनों दाऊद पाकिस्तान के कराची में रहता है. 2016 में भारतीय खुफिया एजेंसियों ने जबीर और दाऊद के गुर्गे खालिक अहमद के बीच फोन पर हुई बातचीत का खुलासा किया था. इसमें पता चला कि खालिक हवाला के जरिए भेजे गए डी-कंपनी के 40 करोड़ रुपये लेकर भाग गया.