चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के रूप में न्यायमूर्ति यूयू ललित शनिवार यानी आज से कार्यभार संभालेंगे। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू चीफ जस्टिस पद की शपथ दिलाएंगी। इसका आयोजन राष्ट्रपति भवन में किया जाएगा।
शपथ ग्रहण से पूर्व निवर्तमान चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) एनवी रमण के विदाई समारोह में उन्होंने तीन मुख्य सुधारों के बारे में चर्चा की। न्यायमूर्ति यूयू ललित ने कहा, मेरी कोशिश रहेगी की मामलों को क्रमबद्ध करने में पारदर्शिता हो। ऐसी व्यवस्था बना सकूं, जिसमें आवश्यक मामले संबंधित बेंचों के सामने स्वतंत्रता पूर्वक उठाए जा सकें। इसके अतिरिक्त कम से कम एक कंट्रीट्यूशनल बेंच बना सकूं,जो पुरेवर्ष कार्य करती रहे।
कानून से जुड़ा है चार पीढ़ियों का नाता
देश के 49वें चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया नियुक्त किए जा रहे है न्यायमूर्ति यूयू ललित पर भले ही जजों की नियुक्ति से लेकर अहम संवैधानिक सवालों जैसी चुनौतियां हों, परंतु उनकी न्यायिक विरासत का अनुभव भी उनके पास है। आपको बता दें कि, चार पीढ़ियों से यूयू ललित का परिवार न्यायिक प्रक्रिया से संबंध रखता है। न्यायमूर्ति ललित के दादा रंगनाथ ललित स्वतंत्रता से पूर्व सोलापुर में एक अधिवक्ता थे। न्यायमूर्ति यूयू ललित के 90 साल के पिता उमेश रंगनाथ ललित भी एक पेशेवर अधिवक्ता रह चुके हैं। बाद में उन्होंने हाई कोर्ट के जज के रूप में पद ग्रहण किया । इसके अतिरिक्त न्यायमूर्ति ललित के दो बेटे हर्षद और श्रेयश, जिन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। हालांकि, बाद में श्रेयश ललित ने भी न्यायिक व्यवस्था की ओर रुख किया। उनकी पत्नी रवीना भी अधिवक्ता हैं।