श्रीलंका के बाद अब इराक में अराजकता स्थिति बन गई हैं। इराक में लगभग 10 महीनों से सरकार का कोई अस्तित्व नही है और ताकतवर शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर ने भी सियासत से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। इससे उनके समर्थक अक्रोशित हो गए हैं। वो राष्ट्रपति के महल के भीतर घुस गए। उनके और ईरान समर्थक इराकियों के मध्य हिंसा शुरू हो गई। संघर्ष में 20 लोगों की मौत खबर है।
Influential Iraqi Shia leader Muqtada al-Sadr has announced that he is quitting politics, in a move that could further inflame tensions in the country.
Al Jazeera’s @Mahmud81 reports LIVE from Iraq ⤵️ pic.twitter.com/y5n1mGKqDd
— Al Jazeera English (@AJEnglish) August 29, 2022
इराक की राजधानी बगदाद में हिंसा का माहौल है। भड़का जनसैलाब श्रीलंका के हालात की तरह इराक के राष्ट्रपति भवन और सरकारी इमारतों पर काबिज कर लिया है। उन्हें भागने में सुरक्षाबल भी असफल रहे। लोगों की भीड़ में शामिल हिंसक तत्व राष्ट्रपति के महल में बने स्विमिंग पूल में उतपात मचाने लगे। इनकी पहचान मुक्तदा अल-सदर के समर्थक रूप में बताई जा रही हैं।
مثلما حصل في سريلانكا
انصار التيار الصدري يسبحون في مسبح القصر الجمهوري pic.twitter.com/5zHPq636nF
— شاهو القرةداغي (@shahokurdy) August 29, 2022
सोमवार यानी बीते कल जैसे ही शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर ने सियासत से दूर जाने की घोषणा की , उनके समर्थकों में रोष उत्पन्न हो गया। इसके पश्चात इनकी ईरान समर्थकों से हिंसक भिड़ंत हो गई। इराक की राजधानी बगदाद की सड़कों पर पत्थरबाजी शुरू हो गई । इसके बाद कई स्थानों पर फायरिंग की आवाज सुनाई दी। शुरुवाती खबरों में 20 लोगों के मौत की खबर सामने आ रही है। 19 लोग जख्मी हुए हैं। इराक में कर्फ्यू लगा दिया गया है।