उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वेक्षण कराने के खिलाफ में आज देवबंद के दारुल उलूम में प्रदेश भर के मदरसों का सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए मौलाना अरशद मदनी ने कहा – सर्वेक्षण से घबराएं नहीं, सर्वेक्षण में मदद करें। सर्वेक्षण कराना सरकार का अधिकार है।
मदरसों के भीतर कोई गैरकानूनी गतिविधि नहीं होती। कहा सरकार की भूमि पर बना मदरसा स्वयं तोड़ेंगे। मदरसा अपनी भूमि पर बनाएं। गवर्मेंट के सभी प्रश्नों के उत्तर देंगे। कहा कि सर्वे के प्रश्नों के उत्तर देंगे। अभी जो सर्वेक्षण की गाड़ी चल रही है, वह सही नहीं है।
रविवार प्रातः एशिया की फेमस मस्जिद रशीदिया में प्रारंभ हुए आयोजन में प्रदेश के 250 से ज्यादा उन मदरसों के संचालक हिस्सा लिए जो दारुल उलूम से जुड़े हुए हैं। यह सम्मेलन राज्य में प्रारंभ हुए गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वेक्षण के संबंध में बुलाया गया।
जिसमें विचार-विमर्श के बाद लाइन ऑफ एक्शन तैयार किया गया। इसमें भाग लेने के लिए शनिवार यानी 17 सितंबर से ही प्रसिद्ध उलमा देवबंद पहुंचने लगे थे। दारुल उलूम की आज़मी मंज़िल के परिसर में काउंटर लगाकर आने वाले महमानों का प्रवेश कराया गया । सम्मेलन में मात्र उन्हीं लोगों को घुसने दिया गया जिनको संस्था द्वारा बुलावा था
Uttar Pradesh | It's the government's right to conduct a survey. Madrassas should provide correct information to the survey team. We have never said that a community is being targeted: Arshad Madani, President Jamiat Ulama-e-Hind and Principal Darul Uloom Deoband pic.twitter.com/BVCfzHjoUh
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 18, 2022